श्रीनगर: भारत दो तरफ से अपने दुश्मन देशों से घिरा हुआ है। इन दोनों देशों के खतरे को देखते हुए भारत की सेनाओं को साल के 365 दिन बेहद ही सतर्क रहना पड़ता है। भारत को अपने पड़ोसी पाकिस्तान और चीन से सबसे ज्यादा खतरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में होता है। अब इसे देखते हुए भारतीय वायुसेना ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। वायुसेना ने पाकिस्तानी और चीनी दोनों मोर्चों से खतरों से निपटने के लिए श्रीनगर हवाई अड्डे पर उन्नत मिग-29 लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन तैनात किया है।
जानकारी के अनुसार, 'उत्तर के रक्षक' के रूप में विख्यात ट्राइडेंट्स स्क्वाड्रन ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर मिग -21 स्क्वाड्रन की जगह ले ली है। भारतीय वायु सेना के पायलट स्क्वाड्रन लीडर विपुल शर्मा ने बताया, “श्रीनगर कश्मीर घाटी के केंद्र में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। अधिक वजन-से-जोर अनुपात और सीमा के निकट होने के कारण कम प्रतिक्रिया समय वाला विमान रखना रणनीतिक रूप से बेहतर है और बेहतर एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस है। मिग-29 इन सभी मानदंडों को पूरा करता है, जिसके कारण हम दोनों मोर्चों पर दुश्मनों से मुकाबला करने में सक्षम हैं।"
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मिग-29 को बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से भी लैस किया गया है और सशस्त्र बलों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों का उपयोग करते हुए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है। अधिकारियों ने बताया, "लड़ाकू विमानों को संघर्ष के समय दुश्मन के विमानों की क्षमताओं को जाम करने की क्षमता भी प्रदान की गई है।"
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