जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में बर्फबारी से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। श्रीनगर में बर्फबारी से चारों तरफ बर्फ की मोटी परत जमा हो गई है। यहां बर्फबारी से तीन इंच मोटी परत बिछ गई है। वहीं, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण करीब 3 फीट मोटी बर्फ की परतें जमा हो गई हैं। बर्फबारी की वजह से कई इलाकों से संपर्क टूट गया है। खासकर तंगधार पर साधना टॉप नियंत्रण रेखा, अमरनाथ गुफा, गुलमर्ग पहलगाम और सोनमर्ग जैसे इलाकों में दो फीट के आस-पास बर्फ जमा है।
मंदिर जाने वाले रास्ते पर फिसलन
श्रीनगर में बर्फबारी के कारण अभी तक तीन ईंच मोटी परत जमा है, जिसकी वजह से हवाई और जमीनी यातायात पर असर पड़ रहा है। श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर जाने वाले रास्ते पर भी फिसलन बढ़ गई है। मंदिर जाने लोगों को खासा एहतियात बरतने को कहा गया है। प्रशासन ने सड़कों पर बर्फ हटाने का काम तेजी से जारी रखा है। ऐसा ही कुछ हाल डल झील का भी है। वहीं, डल झील बर्फबारी की आगोश में सिमट चुका है।
घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह
डल झील में बर्फबारी के कारण शिकारे बर्फ की मोटी परत से ढक गए हैं। दुकानों, मकानों और हाउस बोट पर बर्फ की कालीन बिछ गई हैं। बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने बर्फीले तूफान का अलर्ट भी जारी किया है। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को बर्फबारी के चलते अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। साथ ही सभी जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे तक पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में इसी तरह से बर्फबारी जारी रहने की आशंका है, जिससे फिलहाल लोगों को राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।