श्रीनगर: जहां एक ओर मॉनसून के आगमन के बाद उत्तर भारत के कई इलाकों में भीषण गर्मी से राहत मिली है वहीं धरती का स्वर्ग कहे जानेवाले कश्मीर घाटी में भीषण गर्मी का कहर जारी है। यहां तापमान के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। श्रीनगर को पारा 25 साल के उच्चतम स्तर पर 35.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। बढ़ती गर्मी से देश भर से यहां आने वाले पर्यटक भी निराश हैं।
अन्य राज्यों से भी ज्यादा है कश्मीर घाटी में तापमान
कश्मीर को धरती का जन्नत कहा जाता है। लेकिन इस बार गर्मी ने ऐसी दस्तक दी है कि यहां की तस्वीर देश के दूसरे राज्यों से कुछ अलग नहीं है। यहां का तापमान दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और अन्य राज्यों से भी बेहद ज्यादा है। श्रीनगर की बात करें तो श्रीनगर का तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह Summer capital के लिए 9 जुलाई 1999 के बाद से सबसे अधिक है, जब पारा 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। श्रीनगर में अब तक का सबसे अधिक तापमान 15 जुलाई 1973 को दर्ज किया गया था जब पारा 39.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
गर्मी से लोगों का हाल बेहाल
कश्मीर जैसी ठंडी जगह पर पड़ रही इस गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। साथ ही साथ देश भर से कश्मीर घूमने आए पर्यटक भी बेहद निराश दिख रहे हैं। श्रीनगर की डल झील जो इस मौसम में पर्यटकों की आमद से खचाखच भरी रहती थी। वहां आज दिन में सन्नाटा दिख रहा है। कारण है तेज धूप जिसके डर से पर्यटक दिन में बाहर निकलने से घबरा रहे हैं आलम यह है कि हिल स्टेशन पर भी इस गर्मी का कर देखा जा रहा है।
पर्यटकों ने कहा-उम्मीद नहीं थी कि इतनी गर्मी होगी
इंडिया टीवी से बात करते हुए देश के विभिन्न राज्यों से आए पर्यटकों ने कहा, हम इस उम्मीद से कश्मीर आए थे कि यहां का मौसम ठंडा होगा। पहाड़ों पर बर्फ होगी लेकिन यहां का हाल तो देश के दूसरे राज्यों से अलग नहीं है। इन लोगों का मानना है कि कश्मीर बेहद खूबसूरत तो जरूर है लेकिन यहां बढ़ रही गर्मी से निराश हो रहे हैं। उम्मीद नहीं थी कि यहां इतनी गर्मी देखने को मिली गाई।
अगले 24 घंटे में बारिश के आसार
पिछले एक हफ्ते से घाटी में गर्मी का कहर जारी है जिससे कश्मीर में इस बार गर्मी के रिकॉर्ड टूटते दिख रहे हैं। लेकिन राहत की बात ये है कि मौसम विभाग की तरफ से एक एडवाइजरी जारी हुई है, जिसके मुताबिक अगले 24 घंटे के भीतर कश्मीर में मौसम के मिजाज बिगड़ सकते हैं। बारिश के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज होने की संभावना जताई गई है।