कश्मीर में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। घाटी के ज्यादातर इलाकों में तापमान लुढक कर शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने 25 जनवरी से 31 जनवरी तक घाटी में कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी की संभावना जताई है। कश्मीर में वर्तमान में 40 दिनों की कठोर सर्दियों की अवधि 'चिल्लई-कलां' जारी है। इन दिनों क्षेत्र में शीतलहर चलती है और तापमान बेहद नीचे चला जाता है, जिससे जल निकायों के साथ-साथ पाइप में भी पानी जम जाता है।
घाटी में 'चिल्लई-कलां' जारी
21 दिसंबर को शुरू हुई 'चिल्लई-कलां' 30 जनवरी को समाप्त होगी। इस अवधि के दौरान कश्मीर में पहाड़ों में बारहमासी जल भंडारों को भरने के लिए पर्याप्त बर्फबारी होती है, जो गर्मियों के महीनों के दौरान नदियों, झरनों और झीलों को बनाए रखते हैं। दुर्भाग्य से इस बार चिल्लई कलां के दौरान कोई खास बर्फबारी नहीं हुई। निकट भविष्य में बर्फबारी की कोई संभावना नहीं होने के कारण सोमवार को श्रीनगर का न्यूनतम तापमान गिरकर शून्य से 5.3 डिग्री नीचे पहुंच गया, जबकि गुलमर्ग में तापमान शून्य से 4 डिग्री नीचे और पहलगाम में शून्य से 6.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर में माइनस 16.7 और कारगिल में माइनस 12.4 तापमान रहा।
जम्मू में कितना लुढका पारा?
वहीं, जम्मू में सोमवार को असामान्य रूप से कम तापमान से जनजीवन प्रभावित हुआ। जम्मू शहर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री था, जबकि रविवार को जम्मू में अधिकतम तापमान 7.8 डिग्री था, जो सामान्य से काफी नीचे था। कटरा में 3, बटोट में 2.2, भद्रवाह में 0.2 और बनिहाल में रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 1 डिग्री नीचे रहा।
- IANS इनपुट के साथ