जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनों से आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में देश के कई वीर जवान अब तक शहीद हो चुके हैं। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में मंगलवार को संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जिले में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के एक दूरदराज गांव में दो आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में सूचना मिली। इसके बाद घेराबंदी एवं तलाशी अभियान शुरू किया गया।
संदिग्धों को घूमते हुए देखा गया
कथित तौर पर काले कपड़े पहने दो हथियारबंद संदिग्धों को सोमवार देर रात देहरा की गली के पास सलामपुरा गांव में घूमते देखा गया। अधिकारियों ने बताया, "पुलिस ने सूचना मिलने पर कोई देर न करते हुए राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की मदद से संयुक्त अभियान शुरू किया। संदिग्ध आतंकवादियों को निचले पंगई इलाके की तरफ बढ़ते देखा गया। तलाशी अभियान जारी है, लेकिन अभी तक संदिग्ध आतंकवादियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।"
आतंकवादियों के सफाया के लिए सैनिक तैनात
उन्होंने आगे बताया, ''सुरक्षाबलों ने मंगलवार सुबह पुंछ के सुरनकोट क्षेत्र के सनाई, जंगल, पट्टन और आस-पास के गांवों व किश्तवाड़ जिले के द्रबशाल्ला क्षेत्र के बांगर-सरूर जंगल में भी तलाशी अभियान शुरू किया।'' सेना ने जम्मू डिविजन के पहाड़ी जिलों से आतंकवादियों का सफाया करने के लिए पहले ही चार हजार से ज्यादा सैनिकों को तैनात किया है, जिनमें ट्रेंड एलीट कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित कमांडो शामिल हैं। कठुआ, डोडा, रियासी, पुंछ और राजौरी में घात लगाकर किए गए हमलों के बाद इन जिलों में 40-50 हार्डकोर विदेशी आतंकवादियों के मौजूद होने की खबरों की पुष्टि होने पर यह कदम उठाया गया। (IANS)
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