राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत जम्मू कश्मीर के कठुआ पहुंचे हैं। यहां उन्होंने कहा कि दुनिया का दुख कम नहीं हुआ है। दुनिया के कल मिटे नहीं हैं, बल्कि बढ़ गए हैं। अभी-अभी लगा कि दुनिया में कलह बंद हो गए हैं, तो यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू हो गया। यूक्रेन का युद्ध अभी खत्म भी नहीं हुआ कि इजरायल का विवाद शुरू हो गया। ऐसे यह सालभर चलता रहेगा। दुनियाभर में झगड़े थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज के समय में सुविधाएं बढ़ गई हैं लेकिन अपराध भी बढ़ गया है। छोटे बच्चे अपने स्कूलों में बंदूक लेकर जाते हैं। यह मानसिक विकृति बन गई है जिस कारण परिवार टूट रहे हैं और यह सब हो रहा है।
संघ प्रमुख ने बताया कौन है हिंदू
संघ प्रमुख ने कहा, 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आ रहा है और अनेक शास्त्रोज्ञों को इससे डर लग रहा है। आज हम मशीन को चला रहा है, कहीं ऐसा न हो कि एक दिन मशीन हमें चलाने लगे।' उन्होंने कहा कि हम भारत के लोग हैं। हम कौन हैं, हम हिंदू हैं। हिंदू धर्म है, पूजा नहीं, हिंदू खान-पान है, रीति-रिवाज नहीं, सभी पूजा को स्वीकार करने वाला, जो केवल टॉलरेट नहीं करता, एक्सेप्ट करता है, रिस्पेक्ट करता है, ऐसे विचार लेकर जो चलता है वह हिंदू है। उन्होंने कहा कि संघ कोई बस नहीं चलाता है। संघ का कोई रिमोट या डायरेक्ट कंट्रोल कहीं पर नहीं है।
तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे संघ प्रमुख
उन्होंने कहा कि समाज में स्वयंसेवकों द्वारा जो कार्य किए जा रहे हैं, वह स्वतंत्र और स्वायत्त कार्य हैं। संघ का उसपर कोई बस नहीं चलता है। संघ उसपर बस नहीं चलाना चाहता है। बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे हैं। तीसरे दिन शारदीय नवरात्रि के पहले दिन उन्होंने जम्मू में माता बावे वाली के दरबार में पूजा अर्चना की और माथा टेका। इस दौरान उन्होंने लोगों को नवरात्रि की शुभकामनाएं भी दी। इसके बाद दोपहर में वह कठुआ के लिए रवाना हुए। यहां उन्होंने कठुआ शहर के मुखर्जी चौक पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।