उमर अब्दुल्ला के बेटे जमीर अब्दुल्ला ने भी राजनीति में कदम रख दिया है। बता दें कि जमीर अबदुल्ला अबदुल्ला परिवार की चौथी पीढ़ी हैं जिन्होंने राजनीति में कदम रख दिया है। दरअसल उमर अब्दुल्ला गांदरबल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इस दौरान गांदरबल विधानसभा सीट पर अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार की कमान उनके बेटे जमीर ने संभाल ली है। बता दें कि उमर अब्दुल्ला 16 साल बाद गांदरबल विधानसभा क्षेत्र में वौपस लौटे हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला अपनी पार्टी के दूसरे उम्मीदवारों के लिए दक्षिणी कश्मीर में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वहीं उनके विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी जमीर अब्दुल्ला ने ले ली है।
उमर अब्दुल्ला के बेटे ने संभाली प्रचार की जिम्मेदारी
उमर अब्दुल्ला के बेटे जमीर अब्दुल्ला ने अपने पहले सियासी भाषण में लोगों को अपने पिता के अंदाज में संबोधित करते हुए कहा, "मेरे परदादा शेर ए कश्मीर ने गांदरबल से ही अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। हम यहां सिर्फ एक ही उद्देश्य से आए हैं और वह है अपने घोषणापत्र के बिंदुओं को हर घर तक पहुंचाना।" जमीर अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "गांदरबल की धरती से हमारा हमेशा रिश्ता रहा है। मेरे परदादा ने कश्मीर से अपने राजनीतिक जीवन को शुरू किया था। मेरी पर दादी मदिरी मेहरबान यहीं से सांसद बनी थीं। मेरे परदादा और दादा फारूक अब्दुल्ला दोनों ने यहां के लोगों की सेवा की है और तीन बार यहां से विधायक चुने गए हैं। उमर अब्दुल्ला भी यहां से विधायक चुने गए हैं और इस बार फिर से चुनाव लड़ रहे हैं।"
उमर अब्दुल्ला ने दिए थे संकेत
जमीर ने इस दौरान लोगों से कहा कि हम यहां सिर्फ एक ही मकसद से आए हैं और वह मकसद है कि अपने घोषणापत्र के बिंदुओं को हर घर और हर व्यक्ति तक पहुंचाना और इसकी जिम्मेदारी मैंने खुद अपने ऊपर ली है। आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला के दोनों बेटे लोकसभा चुनाव के दौरान उमर अब्दुल्ला के चुनाव प्रचार में शामिल हुए थे। अब विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही उमर अब्दुल्ला के दोनों बेटों ने दोबारा सियासत में अपनी रुचि दिखानी शुरू कर दी है। हालांकि बीते दिनों उमर अब्दुल्ला ने इंडिया टीवी से बात करते हुए पहले ही कहा था कि उनके बेटे आने वाले दिनों में पिता के लिए चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।