जम्मू-कश्मीर में आखिरकार नई सरकार का गठन होने जा रहा है जहां आज उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11:30 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होगा। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मंत्रियों को भी पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले और जम्मू-कश्मीर के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। वहीं, आपको बता दें कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर सरकार में शामिल नहीं होगी। पार्टी उमर सरकार को बाहर से समर्थन देगी। दरअसल, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन रिजल्ट आने के बाद अब कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस को बाहर से समर्थन देने का फैसला लिया है।
इससे पहले ये खबर थी कि मंत्रिमंडल में कांग्रेस को एक सीट दी जा रही है लेकिन शपथ से ठीक पहले ये फैसला सार्वजनिक करके कांग्रेस ने चौंका दिया है। जम्मू-कश्मीर सरकार में केवल 10 मंत्री हो सकते हैं जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। नेशनल कांफ्रेंस के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को 55 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
अब्दुल्ला कैबिनेट के संभावित मंत्री-
- सकीना इटू
- सैफुल्लाह मीर
- अब्दुल रहीम राथर
- अली मोहम्मद सागर
- सुरिंदर चौधरी
- फारूक शाह
- नजीर अहमद
- अहमद मीर
शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन होगा शामिल?
समारोह में इंडिया गठबंधन के कई बड़े नेता शामिल होगें। कांग्रेस से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे। वहीं, NCP शरद गुट से सुप्रिया सूले और CPI से डीराजा शामिल होंगे। इनके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव श्रीनगर पहुंच चुके हैं वो भी आज शपथ ग्रहण में जाएंगे।
- मलिकार्जुन खरगे,अध्यक्ष,कांग्रेस
- राहुल गांधी,नेता विपक्ष
- केसी वेणुगोपाल,कांग्रेस महासचिव
- सुप्रिया सूले,नेता,NCP (शरद गुट)
- अखिलेश यादव,अध्यक्ष, SP
- डी राजा,नेता,सीपीआई
- कनिमोझी करुणानिधि,सांसद,DMK
- सुखबीर सिंह बादल,अध्यक्ष,SAD
NC को 42 सीटों पर मिली जीत
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा के चुनाव हुए थे। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आए थे। 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42, बीजेपी को 29, कांग्रेस को 6, पीडीपी को 3, जेपीसी को 1, सीपीआईएस को 1, AAP को 1, जबकि 7 निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया है। गृह मंत्रालय ने क्षेत्र में राष्ट्रपति शासन लगाने से संबंधित 31 अक्टूबर, 2019 के अपने पहले के आदेश को रद्द कर दिया। मंत्रालय ने 13 अक्टूबर, 2024 के नवीनतम आदेश ने अपने 5 साल पुराने आदेश को रद्द किया है।
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