जम्मू कश्मीर में एक दशक बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान आज हो रहा है। शुरुआती रुझान आना शुरू हो चुके हैं। यहां भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राजौरी जिले की नौशेरा सीट बेहद अहम है। 2014 में इस सीट पर जम्मू कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रविंदर रैना ने जीत हासिल की थी। इस बार भी वह इस सीट से चुनावी मैदान में थे और उनका दावा बेहद मजबूत माना जा रहा था। हालांकि इस बार इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता सुरिंदर कुमार चौधरी ने जीत दर्ज की है। सुरिंदर कुमार चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी रविंद्र रैना को 7819 वोटों के अंतर से हरा दिया है। सुरिंदर सिंह चौधरी को 35069 वोट मिले हैं, जबकि रविंद्र रैना को 27250 वोट ही मिल सके।
मुकाबला किसके बीच?
नौशेरा विधानसभा सीट में कुल पांच उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना को टिकट दिया। वहीं, पीडीपी ने नवाज हक को चुनावी मैदान में उतारा। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सुरिंदर कुमार चौधरी और बहुजन समाज पार्टी ने मनोहर सिंह को टकिट दिया। शिव देव शर्मा यहां से निर्दलीय चुनाव लड़े। नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और सीपीआई (एम) यहां गठबंधन में चुनाव लड़े। इस वजह से कांग्रेस का कोई उम्मीदवार इस सीट पर नहीं है।
नौशेरा में किसका दावा मजबूत?
नौशेरा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा रहा है। 2014 में बीजेपी के रविंदर रैना ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्होंने 37,374 वोट हासिल किए थे और पीडीपी के सुरिंदर चौधरी को हराया था, जिन्हें 27,871 वोट मिले थे। हालांकि, 2014 में दूसरे स्थान पर रहे सुरिंदर चौधरी पीडीपी से नेशनल कॉन्फ्रेंस में आ चुके हैं। पाला बदलकर वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को कड़ी चुनौती दे सकते हैं। सीपीआई (एम) और कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस का गठबंधन भी उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। नौशेरा, अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यहां के सांसद मियां अल्ताफ अहमद हैं। जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर चुनाव जीते थे।
नौशेरा का चुनावी इतिहास
यह सीट कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं और कांग्रेस ने इस चुनाव में यहां अपना उम्मीदवार भी नहीं उतारा है। कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस को यह सीट दी है। कांग्रेस 1996 से लेकर 2002 तक नौशेरा से चुनाव लगातार जीतती रही। इस सीट पर अभी तक कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और बीजेपी ही जीत दर्ज कर पाई है। बीजेपी 2014 में यहां से पहली बार जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव 2008 में नेशनल कांफ्रेंस के राधेश्याम शर्मा 16511 वोटों से जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के रोमेश चंद्र शर्मा को हराया था। इसके बाद 2014 में बीजेपी ने यहां जीत हासिल की।