पुंछ: सीमावर्ती सब डिविजन मेंढर के छत्राल गांव में स्थित एक मदरसे के 2 शिक्षक और 14 बच्चे भोजन करने के बाद बीमार पड़ गए। इन बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मदरसे के बच्चों ने भोजन किया। भोजन करने के कुछ समय बाद ही उन्हें पेट खराब होने और बेहोशी की शिकायत होने लगी। स्थिति बिगड़ने पर बच्चों को तत्काल अस्पताल लाया गया।
फूड प्वाइजनिंग का शक
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और बच्चों की स्थिति की जांच शुरू की। फिलहाल सभी बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह मामला फूड प्वाइजनिंग का है। बीएमओ ने कहा दो टीचर और 14 बच्चे हैं जिनके बीमार होने की सूचना मिली थी। सभी को उपचार के लिए मेंढर के अस्पताल लाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
उधमपुर में फूड प्वाइजनिंग से हुई थी दो की मौत
इससे पहले साल 2024 में उधमपुर जिले के एक गांव में एक शादी में खाना खाने के बाद चार और 15 साल की उम्र के दो बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 15 अन्य बीमार पड़ गए। शादी 31 जुलाई 2024 को घोरड़ी इलाके के सत्यलता गांव में हुई थी। कार्यक्रम में खाने के बाद, कम से कम 17 मेहमानों - जिनमें ज्यादातर नाबालिग थे में गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण दिखाई दिए। मृतकों की पहचान मोहित (4) और सुमन (15) के रूप में हुई थी। दोनों बरमीन-घोरडी के निवासी थे, जिन्हें उधमपुर जीएमसीएच में मृत लाया गया था।
रिपोर्ट- राही कपूर