पुणे: देश में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ का है, जहां पर एक पीटी टीचर ने 12 साल की बच्ची का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया। निगडी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर शत्रुघ्न माली ने कहा कि एक स्कूल के पीटी टीचर 12 साल की बच्ची को गलत तरीके से छू रहे थे। बच्ची ने घरवालों को इस बारे में बताया। इस संबंध में बच्ची के पिता ने शिकायत दर्ज कराई है। पीटी टीचर को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस इंस्पेक्टर ने बताया कि शिक्षक के ऊपर पहले भी इसी प्रकार की अन्य शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। शिक्षक को सजा भी मिली थी लेकिन इसके बावजूद स्कूल ने फिर से उसे काम पर रखा। पुलिस ने आरोपी पीटी टीचर, प्रिंसिपल, बॉडी कमिटी सहित आठ लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता(BNS) और POCSO की धाराएं लगाई गई हैं।
वहीं, पालघर जिले के नालासोपारा इलाके में 17 वर्षीय लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोपी सोनू उसे घुमाने के बहाने नालासोपारा में एक सुनसान जगह पर ले गया जहां उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसके साथ बलात्कार किया। पीड़ित बच्ची ने घर जाकर यह घटना अपने माता-पिता को बताई। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने उनके खिलाफ POCSO के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया है।
शरद पवार ने किया धरना प्रदर्शन
बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), कांग्रेस, और शिवसेना (यूबीटी) ने सरकार के खिलाफ इस मामले को लेकर मोर्चा खोल दिया है। एमवीए नेताओं ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था, जिसपर बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। इसके बाद, एमवीए दलों ने पुणे में धरना देने का निर्णय लिया। धरने के दौरान, एनसीपी (शरद पवार) के नेता और कार्यकर्ता काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन में शामिल हुए। उनके साथ सुप्रिया सुले भी धरने में शामिल हुईं।
बदलापुर में दो बच्चियों का हुआ था यौन उत्पीड़न
बता दें कि अभी हाल में ही ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ रेप की घटना सामने आई थी। स्कूल के सफाई कर्मचारी पर दुष्कर्म का आरोप है। यौन उत्पीड़न की घटना 12 और 13 अगस्त की है। स्कूल के शौचालय के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे ने बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया। घटना के सामने आने के बाद ठाणे में भारी विरोध प्रदर्शन हुए।