पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि लोग बोल नहीं सकते। हमारे हजारों युवा अंदर बंद हैं। सरजन बरकती की पत्नी को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। वे बिना सबूत के लोगों को गिरफ्तार करते हैं। लोगों में डर है। उस डर को दूर करने के लिए मैं लोगों से मिल रही हूं। उन्होंने कहा कि कोई वकालत नहीं, कोई सबूत नहीं, लोगों को पकड़ कर बंद करते हैं। लोगों में दबाव और डर है।
सियासी दलों के आरोपी पर बोलीं मुफ्ती
इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने कुलगाम में अपने पिता मुफ़्ती मोहम्मद सईद को याद करते हुए कहा, "डर को दूर करने के लिए मुफ्ती साहब का एक एजेंडा था कि जम्मू-कश्मीर को इस मुसीबत से बाहर निकालना है। चाहें इस पीढ़ी को कितनी बड़ी कुर्बानी देनी पड़े। उसके लिए मैं लोगों के पास जा रही हूं। तानाबाना दोबार से शुरू कर रहे हैं।" जम्मू-कश्मीर में बीजेपी को महबूबा मुफ्ती ही लेकर आईं, सियासी दलों के इस आरोप पर उन्होंने कहा कि वो कुछ भी कह सकते हैं। मुफ्ती साहब के मकसद को समझने के लिए बड़ी सोच की जरूरत है।
कुछ लोगों की सोच कुर्सी तक महदूद: मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, "कुछ लोगों की सोच कुर्सी तक महदूद होती है। मुफ्ती साहब जम्मू-कश्मीर के मसले को हल करना चाहते थे और वो तब तक मुमकिन नहीं है जब तक मरकजी सरकार को आमादा ना करो। वाजपेयी जी को उन्होंने आमादा किया। डॉ. मनमोहन सिंह को आमादा किया और उन्होंने कोशिश की कि मोदी जी को भी आमादा करें और जम्मू-कश्मीर का मसला हल करें।"
बारामूला में आतंकियों के तीन सहयोगी गिरफ्तार
वहीं, जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से गोला-बारूद के साथ ही नकदी भी बरामद की है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले में कलगई में झूला पुल के पास शनिवार को जांच और गश्त के दौरान सुरक्षाबलों ने कमलकोट से बैग लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर आ रहे दो संदिग्ध व्यक्तियों को रोका। प्रवक्ता ने कहा कि संदिग्धों की पहचान मडियां कमलकोट के रहने वाले जमीर अहमद खंडे और मोहम्मद नसीम खंडे के रूप में हुई है। प्रवक्ता के मुताबिक, तलाशी के दौरान उनके पास से चीन निर्मित तीन हथगोले और ढाई लाख रुपये नकद बरामद किए गए। प्रवक्ता ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया और पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अवैध तरीके से हथगोले हासिल किए, जबकि मनजूर अहमद भट्टी नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें नकदी मुहैया कराई ताकि आतंकी घटना को अंजाम दिया जा सके।