पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था आज सुबह रवाना कर दिया गया है। जम्मू के बेस कैंप से यात्रियों का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास से आज तड़के 4 बजे पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू से झंडा दिखाकर तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना किया। इससे पहले एलजी मनोज सिन्हा ने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
हरी झंडी दिखाने के बाद एलजी मनोज सिन्हा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, एलजी मनोज सिन्हा का कहना है, ''अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों का पहला बैच जम्मू से रवाना हो चुका है। पिछले 3-4 वर्षों में यात्रा के लिए काफी इंतजाम किए गए हैं और इस बार भी जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सभी जरूरी इंतजाम किए हैं, सुरक्षा बढ़ा दी गई है।''
28 जून से 10 जुलाई तक बारिश की संभावना
इस बीच, मौसम विभाग ने 28 जून से 10 जुलाई तक बारिश की संभावना भी जताई है। ऐसे में पूरे आसार हैं कि पहले सप्ताह यात्रा बारिश के बीच जारी रहेगी। तीर्थयात्रियों को कल अमरनाथ की गुफा में बाबा बर्फानी के पहले दर्शन होंगे। 14 हजार 500 फुट की ऊंचाई पर बाबा बर्फानी के दर्शन को जाने के दो रास्ते हैं। तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए पूरे रास्ते में 135 से ज्यादा लंगर सेवा के लिए लगाए गए हैं।
2 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात
यात्रा पर आतंकी खतरे को देखते हुए इस बार 2 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। हर रोज 15 हजार यात्रियों को बाबा बर्फानी के दर्शन करने की इजाजत दी गई है। यह यात्रा श्रावण पूर्णिमा यानी राखी पूर्णिमा तक चलेगी।
यात्रा को ध्यान में रखते हुए महादेव के दरबार को काफी अच्छे से सजाया गया है। इतना ही नहीं यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। यात्रियों के खाने-पीने से लेकर अन्य सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। बेस कैंप पर यात्रियों के लिए बिस्तर से लेकर उनकी सुरक्षा की भी पूरी तैयारी की गई।
आज से अमरनाथ यात्रा
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28 जून- पहला जत्था रवाना
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29 जून- बाबा बर्फानी के पहले दर्शन
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135 लंगर- रास्ते में लंगर सेवा
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2 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात
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15 हजार यात्री प्रतिदिन बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे।