कुलगाम: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए आज वोटों की गिनती का दिन है। ये चुनाव तीन चरणों में हुआ था, जिसमें पहले चरण का चुनाव 18 सितंबर, दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर और तीसरे चरण का चुनाव एक अक्तूबर को हुआ था। कश्मीर की कुलगाम सीट के नतीजे सामने आ चुके हैं। यहां CPI(M) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी जीते हैं। दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार सयार अहमद रेशी रहे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, खबर लिखे जाने तक तारिगामी को 33634 वोट मिले और दूसरे नंबर पर रहे रेशी को 25796 वोट मिले।
मुकाबला किसके बीच था?
कुलगाम के चुनाव में 10 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इसमें 4 निर्दलीय थे। वहीं पीडीपी से मो. अमीन डार, सीपीआई (एम) से मो. यूसुफ तारिगामी, नेशनल पैंथर्स पार्टी के सुदर्शन सिंह, अमन और शांति तहरीक-ए-जम्मू और कश्मीर पार्टी से अब्दुल अहद मीर, अपनी पार्टी से मोहम्मद अकीब डार, जम्मू-कश्मीर पीपुल कांफ्रेंस से नजीर अहमद लावे चुनाव लड़े थे। सीपीआई (एम) का कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन था।
कुलगाम में कौन था ज्यादा मजबूत?
कुलगाम सीट पर सीपीआई (एम) का काफी प्रभाव रहा है। इस सीट को उसका गढ़ माना जाता है। साल 1996 से सीपीआई (एम) के मोहम्मद यूसुफ तारिगामी इस सीट पर विजय पताका फहराते रहे हैं। चूंकि इस बार सीपीआई (एम) और कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस का गठबंधन है, तो विपक्ष तारिगामी को क्षेत्रीय समस्याओं के मुद्दे पर घेर रहा था।
कुलगाम का चुनावी इतिहास
इस सीट पर 1996 से 2014 तक सीपीएम का कब्जा रहा। 2014 में मो. यूसुफ तारिगामी ने जीत दर्ज की और दूसरे नंबर पर पीडीपी के नजीर अहमद लावे रहे। इस पर पीडीपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो दूसरी पार्टी से चुनाव लड़े। वहीं 1977 और 1983 में यहां पर नेशनल कांफ्रेंस चुनाव जीती। 1987 में इस चुनाव में निर्दलीय के हाथ बाजी लगी।
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है क्योंकि राज्य में 10 सालों के बाद चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि जम्मू कश्मीर की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि जम्मू कश्मीर में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा।