श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में हर गुजरते दिन के साथ तापमान में भारी गिरावट दर्ज हो रही है। कश्मीर घाटी में तापमान माइनस 25 डिग्री तक चला गया है। इसके कारण विश्व प्रसिद्ध डल झील का हर हिस्सा जम चुका है। डल झील के हिस्सों में बर्फ की 3 से 6 इंच तक बर्फ की मोटी परत बिछ चुकी है। इसके कारण डल झील में शिकारे की रफ़्तार थम सी गई है। अगर शिकारे चल भी रहे हैं तो उन्हें आगे बढ़ने से पहले बर्फ की मोटी परत को चीरना पड़ता है।
जम गई नदियां और झील
जानकारी के अनुसार, कश्मीर के हर हिस्से में इन दिनों शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल हुआ है। आलम ऐसा है कि झीलों और नदियों का पानी पूरी तरह से जाम चुका है। इसके करण पीने के पानी के नल और पाइपलाइन जाम हो गई है। पानी की किल्लत और बिजली की आंख मचोली से लोग बेहद परेशान हैं। खासकर झील में रहने वाले लोग जिन्हें बर्फ की मोटी परत काटकर घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है।
कश्मीर के लोगों को अभी नहीं मिलेगी ठंड से राहत
मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर में फिलहाल लोगों को ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर में अगले 48 घंटे और ज्यादा ठंडे रहेंगे और इस ठंड का असर देश के दूसरे राज्य में भी देखने को मिल सकता है।
चिल्ला-ए-कलां का चल रहा है दौर
बता दें कि कश्मीर में 21 दिसंबर से चिल्ला-ए-कलां शुरू हो चुका है, जोकि 40 दिन चलेगा। इस दौरान लगातार बर्फबारी और तापमान में तेजी गिरावट होती है। चिल्ला-ए-कलां 30 जनवरी को समाप्त होगा। इस बार कश्मीर में 50 वर्षों के बाद दिसंबर का महीना सबसे सर्द महीना रिकॉर्ड हो रहा है।इससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है, लेकिन देश भर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह मौसम यहां जमी हुई झील आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। देश भर से आने वाले पर्यटक इन नजारों को देखकर बेहद उत्साहित दिख रहे हैं और मानते हैं कि कश्मीर धरती का स्वर्ग है।