जम्मू कश्मीर: घाटी में रक्षाबंधन का त्यौहार धूम-धाम से मनाया गया। इस दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस मौके पर जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तजा अनंतनाग के बेअजबेहारा के छोटा अमरनाथ मंदिर पहुंचीं और लोगों को रक्षाबंधन की बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अल्लाह से प्रार्थना की है कि कश्मीरी पंडित अपने घरों को वापस लौटें।
कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों ने महबूबा मुफ्ती का फूलों से स्वागत किया। महबूबा और उनकी बेटी इल्तजा ने कश्मीरी पंडितों और यहां तैनात जवानों को रक्षाबंधन की मुबारकबाद दी। कश्मीरी पंडित महिलाओं ने इल्तजा को राखी पहनाई और गले लगाया। उन्होंने यह सन्देश दिया कि कश्मीर में हिन्दू मुस्लिम भाईचारा अब भी कायम हैं।
महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा?
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर ने पिछले 35 साल में बहुत तकलीफें देखी हैं। काफी लोगों ने अपनी जान गंवाई, बहुत नुकसान हुआ लेकिन मेरा मानना है कि हमारे जो कश्मीरी पंडित भाई-बहन हैं, जिन्हें कश्मीर छोड़ना पड़ा, उस नुकसान को तब तक पूरा नहीं किया जा सकता, जब तक कश्मीरी पंडित अपने घरों को वापस नहीं लौटेंगे। महबूबा ने कहा कि मैंने प्रार्थना की है कि अल्लाह हमारी मुसीबतों को दूर करे और फिर ऐसी ही समय आए जैसे आज सब हिंदू-मुस्लिम एक साथ इस त्यौहार पर खुश हैं। मैं चाहती हूं कि जो कश्मीरी पंडित देश के दूसरे राज्यों में रहते हैं, वो भी वापस आएं।
महबूबा ने कहा कि आज इस मौके पर सियासत नहीं होना चाहिए। बदकिस्मती की बात है कि अभी भी बच्चों में जहर फैलाने की कोशिश की जा रही है। इस मौके पर महबूबा की बेटी इल्तिजा ने कहा कि सोशल मीडिया पर बहुत सारे वीडियोज देखे हैं, जिसमें छोटे-छोटे बच्चे देश के गद्दारों जैसे घिनौने नारे लगा रहे हैं। बीजेपी बच्चों में जहर क्यों डाल रही है? बच्चों का दिमाग काफी सेंसटिव होता है। बीजेपी को ऐसी हरकतें नहीं करना चाहिए। बीजेपी जो जहर घोल रही है, उसे 10 साल होने को जा रहा है। ये जहर अब भी बच्चों में जा रहा है और इसका बहुत खतरनाक असर हो सकता है। इससे बच्चों के जेहन तबाह हो सकते हैं और मुल्क में अंधेरा हो सकता है।
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