श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है लेकिन आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। ताजा मामला नौशेरा के सामान्य क्षेत्र का है, जहां घुसपैठ की कोशिश कर रहे 2 आतंकियों को मार गिराया गया है।
क्या है पूरा मामला?
व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बात की जानकारी दी है। उसने बताया कि संभावित घुसपैठ की कोशिश के बारे में खुफिया एजेंसियों और जम्मू कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर भारतीय सेना द्वारा 8 सितंबर की मध्यरात्रि को लाम, नौशेरा के सामान्य क्षेत्र में एक घुसपैठ विरोधी अभियान शुरू किया गया था। 2 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है और बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री बरामद की गई है। ऑपरेशन जारी है।
2 सितंबर को हुई मुठभेड़ में एक जवान हुआ था शहीद
इससे पहले 2 सितंबर को भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ के दौरान जम्मू-कश्मीर के सुंजवान मिलिट्री स्टेशन पर आतंकियों ने फायरिंग की थी। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हुआ था।
इससे पहले 29 अगस्त को कुपवाड़ा में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में 3 आतंकी मारे गए थे। इस दौरान 2 आतंकी माछिल और तंगधार में मारे गए थे। ये ऑपरेशन भी 28 और 29 अगस्त के बीच की रात में शुरू हुआ था।
वहीं 14 अगस्त को डोडा में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए थे। इस एनकाउंटर के दौरान एक आतंकी भी मारा गया था। इससे पहले 16 जुलाई को डोडा में बड़ी मुठभेड़ हुई थी, इसमें कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हुए थे।
हालही में रक्षा मंत्री ने दिया था बड़ा बयान
रविवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के रामबन में बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं। राजनाथ ने ये बयान रामबन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया था।
राजनाथ ने कहा था कि कांग्रेस-नेकां गठबंधन का कहना है कि वह अनुच्छेद 370 बहाल करेगा लेकिन जब तक बीजेपी है, कोई भी यह नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात बदल गए हैं, युवाओं के पास अब पिस्तौल और रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कंप्यूटर हैं।