जम्मू-कश्मीर में तापमान भले ही शून्य से नीचे चल रहा हो, लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल में गर्माहट और हलचल देखी जा रही है। एक ओर इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन से पीडीपी (PDP) की राह अलग हो गई है, तो दूसरी ओर बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने मिशन- 400 के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी को उम्मीद है कि इस बार लोकसभा चुनाव में कश्मीर में कमल जरूर खिलेगा।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर की लोकसभा सीटों को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर समझौता हो गया है। NC तीन और कांग्रेस तीन सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। ऐसे में अब महबूबा मुफ्ती के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A) के दरवाजे बंद हो गए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ये ऐलान किया है कि कश्मीर की तीन सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और लद्दाख व जम्मू की तीन सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवर खड़े करेगी। यह फैसला श्रीनगर में डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में नेशनल कॉन्फ्रेंस की संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया। संसदीय बोर्ड की बैठक एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के दिल्ली से लौटने के एक दिन बाद हुई।
अनंतनाग सीट पर बीजेपी की पहली नजर
वहीं, कश्मीर में बीजेपी को जिस लोकसभा सीट पर जीत की सबसे ज्यादा उम्मीद है, वह अनंतनाग है, क्योंकि इस चुनावी क्षेत्र में करीब 22 फीसदी आबादी पहाड़ी लोगों की है। पंच और राजौरी जिले के पहाड़ी इलाकों पर बीजेपी की पहली नजर है। बीजेपी को उम्मीद है कि वे इस सीट को रिकॉर्ड अंतर से जीतेगी। माना जा रहा है कि बीजेपी इस सीट से पार्टी प्रेसिडेंट रविंद्र राणा को टिकट दे सकती है। रविंद्र राणा रविंद्र राणा ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि मैं पार्टी का एक वफादार सदस्य हूं और कश्मीर घाटी की किसी भी सीट से चुनाव लड़ूंगा और यह उम्मीद जताई कि अनंतनाग-राजौरी सीट रिकॉर्ड अंतर से जीतकर मिशन- 400 को पूरा करेंगे।
हाईप्रोफाइल सीट है अनंतनाग
बता दें कि अनंतनाग लोकसभा सीट जम्मू-कश्मीर की हाईप्रोफाइल सीट है। इस सीट से पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती दो बार सांसद चुनी गई हैं। महबूबा मुफ्ती 2004 और 2014 के लोकसभा चुनाव में अनंतनाग से सांसद चुनी गई थीं। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी ने जीत दर्ज की।
घाटी की सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमरअब्दुल्ला ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि घाटी की सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और अन्य दो सीट पर कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है। उन्होंने कहा था कि कश्मीर घाटी में गठबंधन सहयोगियों के लिए कोई भी सीट छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। हालांकि, पीडीपी चाहती थी कि महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर या अनंतनाग की सीट मिले, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस किसी भी कीमत पर इन सीटों का बंटवारा करने के लिए तैयार नहीं थी।
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 6 सीटों में से तीन जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को तीन सीटें मिली थीं। ऐसे में बीजेपी की कोशिश है कि इस बार कश्मीर घाटी की तीन सीटों में से कम से कम एक सीट पर जीत दर्ज कर सके। कश्मीर घाटी की इन तीन सीटों के लिए बीजेपी ने संसदीय पैनल को नाम भेजा है। इनमें डॉ. दरक्षा अंद्राबी को श्रीनगर, रविंद्र राणा को अनंतनाग और शहनाज गनई को बारामूला लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने का प्रस्ताव भेजा गया है।
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