बीते कुछ समय से ऐसी बयानबाजी चल रही थी कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अपना पद छोड़ सकते हैं। अब मनोज सिन्हा ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है। मनोज सिन्हा ने साफ कर दिया है कि वह जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए अच्छे और ठोस कार्यों को पूरा करने के बाद ही अपने पद से हटेंगे।
मिसाल के साथ छोडूंगा पद
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुई एक मीटिंग के दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा- "कुछ लोग कहते हैं की उपराज्पाल अब जम्मू-कश्मीर छोड़ देंगे। लेकिन मैं उन लोगों को बता दूं कि मैं यहां हमेशा के लिए रहने नहीं आया हूं। मैं जम्मू-कश्मीर को एक मिसाल के साथ छोडूंगा, जिसे याद रखा जाए जाए। मैं निश्चित रूप से शांति, समृद्धि , विकास और आर्थिक स्थिरता की महान यादें छोड़कर जाऊंगा।"
लोकसभा चुनाव के कारण चर्चा
मनोज सिन्हा ने इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के उपराज्पाल के रूप में अपने 3 साल पूरे किए हैं। ऐसी अफवाहें जोर पकड़ रही थीं कि सिन्हा को पद से हटाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जल्द ही देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और सिन्हा को गाजीपुर सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
2019 के चुनाव में हुई थी हार
एनडीए-1 की सरकार में मंत्री रहे मनोज सिन्हा को 2019 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर सीट से हार मिली थी। लोकसभा और यूपी के चुनाव में बंपर जीत के बावजूद गाजीपुर सीट से मनोज सिन्हा का हार जाना बीजेपी के लिए बड़े झटके के समान था। सिन्हा पीएम मोदी के काफी पसंदीदा नेताओं में से एक माने जाते हैं। ऐसे में आगे जाकर उन्हें जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया गया था।
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