जम्मू: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। पहले चरण के चुनाव में बंपर वोटिंग हुई। जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी के पोले ने बताया किकरीब 59 प्रतिशत मतदान हुआ जो पिछले सात चुनावों में सर्वाधिक मतदान है। उन्होंने कहा कि वैसे यह आंकड़ा अंतरिम है तथा सुदूर क्षेत्रों से अंतिम रिपोर्ट मिलने एवं डाकमतपत्र के बाद उसमें आंशिक वृद्धि हो सकती है। पहले चरण में सात जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। वहीं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदाताओं को रिकॉर्ड मतदान के लिए हार्दिक बधाई दी है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उपराज्यपाल ने कहा कि मतदाताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और लोकतांत्रिक मूल्यों में लोगों की आस्था का प्रमाण है।
शांतिपूर्ण संपन्न हुआ मतदान
शाम छह बजे वोटिंग खत्म होने के बाद पोले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिना किसी अप्रिय घटना के चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। उन्होंने कहा कि कुछ मतदान केंद्रों से हाथापाई या कहासुनी की कुछ छोटी-मोटी घटनाओं की खबरें हैं लेकिन ‘ऐसी कोई गंभीर घटना’ नहीं हुई जिसके कारण पुनर्मतदान कराना पड़ जाए। उन्होंने कहा, ‘‘ 59 प्रतिशत मतदान पिछले सात चुनावों (चार लोकसभा चुनावों और तीन विधानसभा चुनावों) में सबसे अधिक है।’’
पोले ने सुरक्षा के हालात में सुधार, राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों की सक्रिय सहभागिता, विभाग द्वारा प्रचार समेत विभिन्न कारकों को मत प्रतिशत में इस वृद्धि का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 77 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि पुलवामा जिले में सबसे कम 46 प्रतिशत मतदान हुआ। पोले ने उम्मीद जतायी कि 25 सितंबर और एक अक्टूबर के बाकी दो चरणों में भी वोटिंग का प्रतिशत ज्यादा रहेगा।
मारपीट करने का आरोप लगाया
किश्तवाड़ से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) उम्मीदवार फिरदौस अहमद टाक ने बुधवार को पुलिस पर यहां एक मतदान केंद्र में उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया। टाक ने कहा कि उनके साथ मारपीट तब की गई, जब उन्होंने मतदान केंद्र पर भाजपा उम्मीदवार शगुन परिहार द्वारा महिला मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच करने के कथित प्रयास पर आपत्ति जतायी। किश्तवाड़ के अतिरिक्त उपायुक्त पवन कोतवाल ने कहा कि उचित कार्रवाई करने के लिए वास्तविक तथ्यों को जानने के वास्ते बागवान मतदान केंद्र पर हुई घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना से मतदान अप्रभावित रहा। बागवान मतदान केंद्र सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माना जाता है।
रिकॉर्ड मतदान के लिए उपराज्यपाल ने दी हार्दिक बधाई
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मतदाताओं को रिकॉर्ड मतदान के लिए हार्दिक बधाई दी है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उपराज्यपाल ने कहा कि मतदाताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और लोकतांत्रिक मूल्यों में लोगों की आस्था का प्रमाण है। उपराज्यपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया:"जम्मू-कश्मीर को ऐतिहासिक मतदान के लिए बधाई! मैं सभी मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने पहले चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में रिकॉर्ड मतदान भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और लोकतांत्रिक मूल्यों में लोगों की आस्था को प्रमाणित करता है।
मैं अपनी सभी बहनों और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को लोकतंत्र के उत्सव को मनाने के लिए बड़ी संख्या में भाग लेने के लिए बधाई देता हूं। सुरक्षा बलों, जम्मू-कश्मीर पुलिस और चुनाव अधिकारियों का हार्दिक आभार। पहले चरण में लगभग 59% मतदान दर्शाता है कि जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत फल-फूल रही है। डोडा, किश्तवाड़, रामबन, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग में मतदाताओं की लंबी कतारों ने विरोधियों के दुष्प्रचार को ध्वस्त कर दिया। लोगों ने विभाजनकारी तत्वों के एजेंडे को भी खारिज कर दिया है और लोकतंत्र में अपनी आस्था को फिर से पुष्ट किया है।"
(इनपुट-भाषा)