जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान कल यानी 18 सितंबर को है। वोटिंग बुधवार सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगी। पहले चरण में 24 सीटों पर कुल 219 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के पंपोर में पहले चरण में वोटिंग होनी है। पंपोर सीट पर चुनावी सरगर्मियां तेज हैं। यहां जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC), जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP), जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच मुकाबला है।
पहले चरण में प्रमुख सीटों पर जानी मानी राजनीतिक हस्तियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। पंपोर में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी का मुकाबला पीडीपी के जहूर अहमद मीर से होगा, जिन्होंने 2008 और 2014 में जीत हासिल की थी। अनंतनाग से पूर्व सांसद मसूदी मीर को हराने की कोशिश कर रहे हैं।
पंपोर सीट से चुनाव लड़ रहे प्रमुख उम्मीदवार-
- जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) के उम्मीदवार जहूर अहमद मीर
- जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के हसनैन मसूदी
- जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) के उम्मीदवार मोहम्मद अल्ताफ मीर
- भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सैयद शौकत गयूर अंद्राबी
2019, 2008 चुनाव के नतीजे
2019 के विधानसभा चुनाव में PDP के जहूर अहमद मीर ने इस सीट पर 3,498 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्हें 44.38% वोट शेयर के साथ 16,239 वोट मिले थे। उन्होंने JKN के यावर अली अब्बास मसूदी को हराया, जिन्हें 12,741 वोट (34.82%) मिले थे। वहीं, 2008 के विधानसभा चुनाव में भी जहूर अहमद मीर ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। 2008 के विधानसभा चुनाव में जहूर अहमद को 36.84% वोट शेयर के साथ 11,117 वोट मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अनवर भट को 5,969 वोट (19.78%) मिले थे। जहूर अहमद ने मोहम्मद अनवर भट को करीब 5,148 वोटों के अंतर से हराया था।
पहले चरण में कुल मतदाता
18 सितंबर (बुधवार) को होने वाले जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान 23.27 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं, जिनमें 11.76 लाख पुरुष मतदाता और 11.51 लाख महिला मतदाता और 60 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। पंपोर में करीब 1,00,383 रजिस्टर्ड मतदाता हैं, जिनमें 49,697 पुरुष, 50,680 महिलाएं और 6 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।
पहले चरण के विधानसभा चुनाव में देशभर में रह रहे 35,000 से अधिक विस्थापित कश्मीरी पंडित 24 मतदान केंद्रों पर वोट डालने के पात्र हैं। विस्थापित कश्मीरी पंडित दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिले के 16 विधानसभा क्षेत्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
पहले चरण में 24 सीटों पर वोटिंग
जम्मू कश्मीर में साल 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने और राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद यह पहला चुनाव है। पहले चरण में सात जिलों की 24 सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। पहले चरण में कुल 2019 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से 9 महिलाएं हैं।