जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सभी राजनैतिक दलों द्वारा जोरों-शोरों से इसकी तैयारी की जा रही है। इस बार जम्मू कश्मीर में मुकाबला जहां कड़ा रहने वाला है। वहीं जातीय समीकरण की भी अहम भूमिका रहने वाली है। बनिहाल विधानसभा सीट की अगर बात करें तो यहां से कांग्रेस पार्टी ने विकार रसूल वाली को उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा ने मोहम्मद सलीम भट्ट को अपना प्रत्याशी बनाया है। जेकेएनसी ने सज्जाद शाहीन और जेकेपीडीपी ने इम्तियाज अहमद शान को अपना प्रत्याशी बनाया है।
कौन हैं विकार रसूल वानी
विकार रसूल वानी कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। वानी ने 2008 और 2014 में लगातार दो बार बनिहाल निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। 2014 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में वानी ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) के उम्मीदवार बशीर अहमद रनयाल को 4,349 वोटों के अंतर से हराकर सीट जीती थी। वानी ने 2008 के चुनावों में पहली बार बनिहाल सीट जीती थी, जब निर्दलीय उम्मीदवार शौकत जावेद को उन्होंने 3,033 वोटों से हराया था। वानी 2024 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में फिर से बनिहाल से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
कौन हैं सज्जाद शाहीन
बता दें कि बनिहाल विधानसभा सीट से जेकेएनसी ने सज्जाद शाहीन को अपना उम्मीदवार घोषित किया गया। माई नेता वेबसाइट पर मिली जानकारी के मुताबिक सज्जाद शाहीन खेती किसानी का काम करते हैं। और उनकी पत्नी सरकारी नौकरी करती हैं। सज्जाद शाहीन पर एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। वहीं उनकी कुल संपत्ति 5,48,98,540 रुपये है। जिसमें उनके पास 60 हजार रुपये नकद है। उनकी पत्नी के पास 22 हजार रुपये नकद।
कौन हैं मोहम्मद सलीम भट्ट
भाजपा के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम भट्ट की अगर बात करें तो उनके पास कुल संपत्ति 52,00,000 रुपये है। साथ ही उनके खिलाफ कुल 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सलीम भट्ट की आयु 40 वर्ष है और वो 8वीं पास हैं। बता दें कि सलीम भट्ट के बारे में ज्यादा जानकारी अभी उपलब्ध नहीं हैं।
कौन हैं इम्तियाज अहमद शान
अगर इम्तियाज अहमद शान की बात करें तो वह कॉन्ट्रैक्टर का काम करते हैं और उनकी पत्नी हाउसवाइफ हैं। उनकी आयु 39 वर्ष है। अगर संपत्ति की बात करें तो उनकी कुल संपत्ति 3 करोड़ से अधिक है और 70 लाख से अधिक की देनदारी है। वहीं अगर आपराधिक मामलों की बात करें तो इम्तियाज अहमद शान के खिलाफ एक भी केस दर्ज नहीं है।
बनिहाल सीट का हिसाब-किताब
बता दें कि बनिहाल सीट पर मुकाबला कड़ा देखने को मिल सकता है। अगर उम्मीदवारों की बात करें तो यहां से भाजपा ने मोहम्मद सलीम भट्ट को, जेकेएनसी ने सजाद शाहीन को, जेकेपीडीपी ने इम्तियाज अहमद खान को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कई उम्मीदवार निर्दलीय ही चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि बनिहाल सीट एक ऐसी सीट है जहां पर सबसे पहले साल 1972 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 2008 तक इस सीट पर निर्दलीय और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत दर्ज की। लेकिन रसूल की सियासी एंट्री के बाद से ही इस सीट पर कांग्रेस लगातार मजबूत होती गई। ऐसे में अब विकार रसूल तीसरी बार हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं।