जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बलों ने बारामूला जिले से बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बारामूला शहर के आजादगंज में वाहनों की जांच शुरू की थी, जिसमें चेकिंग के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध पुलिस को देखकर भागने लगे, जिसके बाद उन्हें पकड़ा गया।
पिस्तौल समेत कई अन्य सामग्री बरामद
अधिकारी ने आगे कहा, ‘‘हालांकि संदिग्धों को पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान उनसे एक पिस्तौल, एक मैगजीन, 4 कारतूस और एक हथगोला बरामद किए गए है। इसके बाद उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया गया।’’ उन्होंने आगे बताया कि दोनों की पहचान बारामूला के रहने वाले फैजल मजीद गनी और नुरुल कामरान गनी के रूप में की गई है। शुरुआती जांच से पता चला है कि ये दोनों आतंकवादी हैं और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं। इन्होंने स्वतंत्रता दिवस से पहले बारामूला शहर में आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए हथियार और गोला-बारूद इकट्ठा किए थे।’
आतंकियों के मददगार भी हिरासत में
वहीं, राजौरी जिले में आतंकवादी संगठन से जुड़े एक और व्यक्ति को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि खवास के गदयोग गांव के निवासी मोहम्मद अल्ताफ को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती जिले राजौरी में दो माह में पीएसए के तहत यह 5वीं कार्रवाई है। यह कानून अपराधी को कुछ मामलों में बिना किसी आरोप या मुकदमे के दो साल तक हिरासत में रखने की अनुमति देता है। अधिकारी ने बताया कि अल्ताफ को पुलिस द्वारा उस पर तैयार की गई एक रिपोर्ट के बाद राजौरी जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि विशिष्ट जानकारी के आधार पर उसे मीरान साहिब से गिरफ्तार किया गया और कोटभलवाल स्थित जम्मू के केंद्रीय कारागार में ट्रांसफर कर दिया है।
(इनपुट- पीटीआई)