श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर में बुधवार को 5.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हालांकि राहत की बात यह है कि इस दौरान जान-माल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था और यह सुबह 10 बज कर 43 मिनट के आसपास महसूस किया गया। बता दें कि कश्मीर घाटी में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोगों में दहशत फैल गई और वे घरों से बाहर निकल आए।
सिक्किम में भी आया था भूकंप
इससे पहले सिक्किम के कुछ हिस्सों में मंगलवार को दोपहर में 3.5 तीव्रता का भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि किसी भी प्रकार की संपत्ति या जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में बताया, ‘सिक्किम के गंगटोक में 12 नवंबर को अपराह्न दो बजकर 36 सेकेंड पर 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र 27.29 डिग्री अक्षांश और 88.46 डिग्री पूर्वी देशांतर पर सतह से करीब पांच किलोमीटर नीचे था।’ अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का केंद्र सूबे की राजधानी गंगटोक से 16 किलोमीटर पश्चिम में 5 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
10 दिन पहले गुजरात भी कांपा था
बता दें कि 3 नवंबर को गुजरात के कच्छ जिले में तड़के 3.4 तीव्रता का भूकंप आया था। इस बारे में जानकारी देते हुए भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान या ISR के अधिकारियों ने बताया था कि इस भूकंप से जिले में जान-माल के किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं थी। गांधीनगर स्थित ISR ने बताया कि भूकंप के झटके तड़के 3 बजकर 58 मिनट पर महसूस किए गए और इसका केंद्र लखपत से 53 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था। ISR के आंकड़ों के मुताबिक, इससे पहले 27 अक्टूबर को राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली जिले में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। बता दें कि गुजरात में भूकंप का खतरा बहुत ज्यादा रहता है और पिछले 200 वर्ष में राज्य में 9 बार भीषण भूकंप आए हैं।