श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार जोरों पर है। 10 साल बाद 18 सितंबर को पहले चरण में वोटिंग होगी। पहले चरण में पुलवामा भी मतदान कराया जाएगा। पुलवामा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। अनंतनाग लोकसभा सीट नेशनल कांफ्रेंस ने जीती है। मियां अल्ताफ अहमद ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को 52 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। पुलवामा जिले में पांच विधानसभा सीटें हैं। यहां पर पीडीपी का भी प्रभाव देखा जाता है।
पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस का है गढ़
पुलवामा विधानसभा में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब पीडीपी के मोहम्मद खलील बैंड ने यहां से जीत दर्ज की थी। मोहम्मद खलील ने 2008 में भी यहां से जीत दर्ज की थी। 2002 में भी यह सीट पीडीपी के पास रही। इससे पहले 1996, 1987, 1983 और 1977 में यहां से लगातार नेशनल कांफ्रेंस जीत रही थी। पिछले कुछ सालों से यहां पर पीडीपी के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। इसलिए इस सीट पर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के बीच एक बार फिर से कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
परिसीमन के बाद हो रहा है चुनाव
पुलवामा विधानसभा सीट पर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी काफी मजबूत स्थिति में है। परिसीमन के बाद पहली बार हो रहे चुनाव में कितना कुछ बदल जाएगा यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल दोनों दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं। नेशनल कांफ्रेंस कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है।
4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरे चरण में अक्टूबर को वोटिंग होगी। वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी।
करीब छह लाख है यहां की आबादी
पुलवामा प्रशासन की वेवसाइट के अनुसार,यहां की भाषा कश्मीरी है। 2011 की जनगणना के अनुसार पुलवामा जिले में 327 जनगणना गांव हैं, जिनमें से 8 निर्जन हैं। गांवों को 8 तहसीलों में बांटा गया है। 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या 5.60 लाख है। जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 1090 वर्ग किलोमीटर है और जिले का प्रशासनिक केंद्र पुलवामा में स्थित है।