जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में हाल में तीर्थयात्रियों से भरी एक बस पर हुए आतंकवादी हमले की जांच के सिलसिले में 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि समग्र जांच सुनिश्चित करने के वास्ते आतंकवादियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान का दायरा रियासी जिले के अरनास और माहौर जैसे दूर दराज के क्षेत्रों तक बढ़ाया गया है जो 1995 और 2005 के बीच आतंकवादियों के गढ़ हुआ करते थे। तीर्थयात्रियों को लेकर शिवखोड़ी मंदिर से लेकर माता वैष्णोदेवी जा रही एक बस पर रविवार को आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस गोलीबारी के बाद बस खाई में गिर गयी थी जिससे नौ लोगों की मौत हो गयी थी तथा 49 अन्य घायल हो गये थे।
हिरासत में लिए गए 50 संदिग्ध
बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्री सवार थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने 50 संदिग्धों को हिरासत में लिये जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस समग्र जांच कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ अहम सुराग सामने आये हैं जिससे उन लोगों की पहचान एवं गिरफ्तारी में मदद मिल रही है जिनका इस हमले की पूरी साजिश में हाथ हो सकता है। समग्र जांच सुनिश्चित करने के वास्ते तलाशी अभियान का दायरा अरनास और माहोर जैसे दूर दराज के क्षेत्रों तक बढ़ाया गया है।’’ उन्होंने कहा कि इन अभियानों का लक्ष्य अधिक से अधिक सबूतों को जुटाना तथा उन आतंकवादियों को पकड़ना है जो इन सुदूर इलाकों में छिपे हो सकते हैं।
पुलिस ने आतंकी का किया स्केच जारी
पुलिस पहले ही आतंकवादियों में से एक का स्केच जारी कर चुकी है। उसने अपराधियों के सफाये के वास्ते जरूरी सुराग देने पर 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की भी घोषणा की है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ कानून को लागू करने वाली एजेंसियां दोषियों को इंसाफ के कठघरे में लाने तथा इस क्षेत्र के सभी निवासियों एवं आंगुतकों/पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध हैं।’’ रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने लोगों से सावधान रहने तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल प्रशासन को देने की अपील की है।
(इनपुट-भाषा)