श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर में पिछले कुछ सालों से आतंकी घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली है। हाल के कुछ सालों में तो पत्थरबाजी जैसी घटनाओं के बारे में तो सुनने को ही नहीं मिला है। यह सब कुछ सुरक्षाबलों की चौकसी के कारण ही संभव हो पाया है, और जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के कमांडोज की इसमें अहम भूमिका है। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस को और मजबूत करने की कवायद में शनिवार को 307 कमांडोज को कश्मीर में अमन कायम करने के लिए तैनात किया गया। ये कमांडो पुलवामा जिले के लेथपोरा इलाके में जम्मू कश्मीर पुलिस कमांडो ट्रेनिंग कैंप में ट्रेनिंग ले रहे थे।
हर थाने में होगी 14 कमांडो की एक टीम
जम्मू एवं कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने फ्लैग ऑफ करके इन सभी कमांडोज को दक्षिणी कश्मीर के 12 पुलिस स्टेशनों और श्रीनगर के 10 पुलिस स्टेशनों में आधुनिक हथियारों, बुलेट प्रूफ गाड़ियों और ड्रोन यूनिट के साथ तैनात किया है। हर पुलिस स्टेशन में 14 कमांडो की एक टीम तैनात रहेगी। कश्मीर में आतंक से लड़ने के लिए अब तक इस ट्रेनिंग कैंप में 2500 से ज्यादा कमांडो तैयार किए जा चुके हैं। इन कमांडोज को स्पेशल ट्रेनिंग में घेरा और तलाशी अभियान चलाना, मुठभेड़ की बारीकियां और फिदायीन हमलावरों को रोकने के तरीकों के बारे में बताया गया है।
‘घाटी में शून्य आतंक देखना चाहते हैं’
जम्मू कश्मीर पुलिस कमांडो ट्रेनिंग कैंप से निकले ये कमांडो जान हथेली पर रखकर लोगों की सुरक्षा करते हैं। इन जवानों को बेहतरीन हथियारों से लैस किया गया है और बुलेटप्रूफ गाड़ियां हमेशा इनके साथ रहती हैं। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि आतंकियों के खात्मे की कार्रवाई में कम से कम नुकसान का सामना करना पड़े। जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस मौके पर कहा कि कश्मीर घाटी में लंबे समय तक किसी भी पुलिस कार्रवाई में कोई आम नागरिक हताहत नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हम घाटी में ‘शून्य’ आतंक देखना चाहते हैं।
‘नया प्लान बनाया गया है’
DGP सिंह ने शून्य आंतकवाद की उपलब्धि हासिल करने को लेकर कहा कि नयी योजना बनाई गई है और पुलिस थानों के OCAP की परिचालन क्षमता में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘OCAP के तहत 43 ऐसे पुलिस थानों की पहचान की गई जहां अन्य थानों की तुलना में आतंकवादी घटनाएं ज्यादा हो रही थीं। पहले फेज में 2 अगस्त को 21 पुलिस थानों को कवर किया गया था। मुझे खुशी है कि आज बाकी 22 पुलिस थानों के लिए शांति और स्थिरता टीम तैनात की जा रही हैं।’