एक अरसे पहले अपनी जमीन से बेदखल कर दिए गए कश्मीरी पंडितों से हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने भावुक अपील की है। शुक्रवार को मीरवाइज ने कश्मीरी पंडितों को मेला खीर भवानी के मौके पर मुबारकबाद दी और उनसे अपनी मातृभूमि पर वापस लौटने की अपील की है। आपको बता दें कि कश्मीर में आतंकवाद भड़कने के बाद 1990 में बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित अपने घर छोड़कर घाटी से पलायन कर गए थे।
क्या बोले मीरवाइज
जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए जुटे लोगों को संबोधित करते हुए फारूक ने कहा कि कश्मीरी पंडित समुदाय को अपनी मातृभूमि पर लौट आना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की मातृभूमि उनका इंतजार कर रही है। मीरवाइज ने इस दौरान कश्मीरी पंडितों को मेला खीर भवानी की शुभकामनाएं भी दीं। मेला खीर भवानी ‘रंग्या देवी’ को समर्पित खीर भवानी मंदिर में एक वार्षिक कार्यक्रम है।
टूटे हुए रिश्तों को फिर से जोड़ें- मीरवाइज
जम्मू-कश्मीर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि कश्मीरी पंडितों वापस यहां कश्मीर में आकर वैसे ही रहना चाहिए जैसे वे अतीत में हमारी साझा विरासत में रहते थे। मीरवाइज ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम मेल-मिलाप करें और टूटे हुए रिश्तों को फिर से जोड़ें।
अन्य मुद्दों पर भी बोले मीरवाइज
डल झील में शिकारा की सवारी के दौरान दो लोगों द्वारा कथित तौर पर शराब पीने की घटना का जिक्र करते हुए मीरवाइज ने कहा कि इस घृणित घटना ने हम सभी को झकझोर दिया है। पुलिस ने घटना का मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह सुनिश्चित करना हमारा काम है कि इस्लाम के मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित कश्मीर की संस्कृति बरकरार रहे। (इनपुट: भाषा)
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