देश 15 अगस्त को अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसी झलक जम्मू कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है। हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर जावेद अहमद के भाई ने बड़ा बयान दिया है। आतंकी के भाई ने कहा कहा कि हम हिंदुस्तानी थे, हैं और रहेंगे। सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा। सक्रिय आतंकी जावेद अहमद के भाई ने रईस माटू ने आगे कहा कि मैंने दिल से तिरंगा लहराया है। ये किसी के दबाव में नहीं किया। हम अमन चाहते हैं। पाकिस्तान हमें कुछ नहीं देगा, उसके पास कुछ नहीं है। यह हमारे देश का झंडा है।
भाई से की वापस आने की इल्तिजा
रईस ने अपने आतंकी भाई के भी बारे में कहा कि भाई से गलती हो गई। वो 2009 में पीओके चले गए। मैं अपने भाई से इल्तिजा करता हूं, अगर वो जिंदा है तो इस झंडे के दायरे में आएं। हम अमन चाहते हैं। आतंकी के भाई ने आगे कहा कि कहां हिंदुस्तान और कहां पाकिस्तान, पाकिस्तान भिखारी मुल्क है। ये झंडा (तिंरगा) हमारी कौम का है। पहले जम्मू कश्मीर बंद होता था, चाहे 15 अगस्त हो या 26 जनवरी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। दंगा-फसाद से कुछ नहीं मिलेगा। आगे कहा कि हम हिंदुस्तानी थे, हैं और रहेंगे। सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा।
हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर
बता दें कि आंतकी जावेद अहमद के भाई ने बीते दिन अपने घर पर तिंरगा लहराया था। आंतकी जावेद अहमद हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर है। ये अभी पाकिस्तान अधिकृति पीओके में रहता है। ये सुरक्षा एंजेंसियों की वांटेड लिस्ट में भी है। ये वांटेड लिस्ट की टॉप 10 लिस्ट में शामिल है।
पहली बार मदरसे से निकली तिरंगा रैली
इसके अलावा आज दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के मरहमा मदरसे में मेरी माटी मेरा देश के तहत एक तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। इस तिरंगा रैली में दारुल उलूम के स्टूडेंट्स के अलावा कई दूसरे स्कूली बच्चे भी शामिल हुए। ये बच्चे बड़ी संख्या में हाथों में तिरंगा लहराते हुए नज़र आए। बता दें कि जम्मत-उस-सहूलियत के इस मदरसे में पहली बार तिरंगा फहराया गया है। जिसमें स्कूली बच्चों ने बिना किसी डर के हाथ में तिरंगा लेकर आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत देश की आज़ादी के जश्न में शामिल हुए हैं।
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