श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में कश्मीरी शॉल विक्रेताओं के कथित उत्पीड़न ने ‘‘लक्षित हिंसा के चिंताजनक स्वरूप’’ को उजागर किया है। उन्होंने सरकारों से इन शॉल विक्रेताओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
उमर अब्दुल्ला और सुखविंदर सुक्खू से किया आग्रह
मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में कश्मीरी शॉल विक्रेताओं को दक्षिणपंथी समूहों से उत्पीड़न, हमले और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। उचित दस्तावेजों के बावजूद, उन्हें व्यवसाय करने से रोका जा रहा है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इस तरह की तीसरी घटना है, जो संज्ञान में आई है और इससे ‘‘लक्षित हिंसा का चिंताजनक स्वरूप’’ उजागर होता है। उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीरियों को अलग-थलग करने से वे और अलगाव महसूस करेंगे। मैं (जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री) उमर अब्दुल्ला और (हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री) सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह करती हूं कि वे हस्तक्षेप करें और इन व्यापारियों के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करें।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने कटरा में स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज की भी निंदा की, जो वैष्णोदेवी तीर्थयात्रा के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना का विरोध कर रहे हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)