जम्मू से रविवार तड़के 6,000 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक और जत्था दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अमरनाथ यात्रा के लिए 6,145 तीर्थयात्रियों का दसवां जत्था 238 वाहनों के दो काफिलों में जम्मू भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। एक सौ पंद्रह वाहनों के पहले काफिले में 2,697 तीर्थयात्री हैं। यह गंदेरबल जिले के बालटाल आधार शिविर के लिए तड़के करीब तीन बजकर 10 मिनट पर रवाना हुआ, जबकि 123 वाहनों का दूसरा काफिला 3,448 तीर्थयात्रियों के साथ अनंतनाग जिले के पहलगाम आधार शिविर के लिए रवाना हुआ है।
19 अगस्त को समाप्त होगी अमरनाथ यात्रा
तीर्थयात्रा 29 जून को अनंतनाग के 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल में बालटाल मार्ग से शुरू हुई थी और यह 19 अगस्त को समाप्त होगी। अब तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किये हैं। बता दें कि इससे पहले अमरनाथ गुफा में बढ़ती गर्मी की वजह से शिवलिंग के पिघलने की खबर सामने आई थी। ऐसे में खराब मौसम और शिवलिंग के पिघलने के कारण भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं कर पाए थे। इस दौरान अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से स्थगित कर दी गई है।
अबतक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बता दें कि इस साल अबतक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यह यात्रा 19 अगस्त तक जारी रहेगी। यात्रा के पहले सप्ताह में ही रिकॉर्ड 1.51 लाख यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए थे। लेकिन नए अमरनाथ यात्रियों के हाथ निराशा लगीं क्योंकि पवित्र गुफा में बर्फ का शिवलिंग पूरी तरह पिघल गया। इस कारण यात्रियों को दर्शन नहीं करने दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान बहुत अधिक गर्मी पड़ने के कारण बर्फ के पिघलने की प्रक्रिया तेज हो गई। साल 2008 के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला है।