गांदरबल: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए आज सुबह से ही वोटों की गिनती शुरू हो गई। ये चुनाव तीन चरणों में हुआ था, जिसमें पहले चरण का चुनाव 18 सितंबर, दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर और तीसरे चरण का चुनाव एक अक्तूबर को हुआ था। आज कश्मीर की गांदरबल सीट पर सभी की नजरें गड़ी हुई थीं, इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के सिर पर जीत का सेहरा सजा। उन्होंने पीडीपी के प्रत्याशी बशीर अहमद मीर को 10574 वोटों के अंतर से हरा दिया है। उमर अब्दुल्ला को 32727 वोट मिले, जबकि बशीर अहमद मीर को 22153 वोट ही मिल सके।
मुकाबला किसके बीच?
गांदरबल के चुनाव में 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे, जिसमें 7 निर्दलीय थे। इस सीट पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) के बशीर अहमद मीर, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (JKAP) के काजी मुबिशर फारूक और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के नेता कैसर सुल्तान गनी के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया। आपको बता दें कि कांग्रेस इस बार नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में है।
गांदरबल में कौन ज्यादा मजबूत?
गांदरबल सीट पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस का दबदबा रहा है। 1977 के बाद से सात बार हुए चुनावों में से छह बार जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीत हासिल की है, जबकि महज एक बार यहां पर जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) को जीत का स्वाद मिल सका है। हालांकि इस बार भी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ही इस सीट पर जीत दर्ज की।
गांदरबल का चुनावी इतिहास
इस सीट के चुनाव इतिहास पर नजर डालें तो 1977 के बाद से छह बार JKNC ने यहां जीत हासिल की है। 1977 के चुनाव में यहां से JKNC के प्रत्याशी शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने जीत दर्ज की। इसके बाद JKNC के टिकट से ही फारुक अब्दुल्ला ने 1983 में जीत दर्ज की और फिर 2002 तक इस सीट पर उनका कब्जा रहा। साल 2002 में JKPDP के प्रत्याशी काजी मोहम्मद अफजल ने जीत हासिल कर ली। हालांकि 2008 के विधानसभा चुनाव में JKNC के टिकट से उमर अब्दुल्ला फिर से जीते और फिर JKNC से ही 2014 में इश्फाक अहमद शेख ने जीत हासिल की।
नतीजों पर पूरे देश की नजर
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है क्योंकि राज्य में 10 सालों के बाद चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि जम्मू कश्मीर की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि जम्मू कश्मीर में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा।