श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला उमरा करने के लिए सऊदी अरब रवाना हो गए हैं। उमरा को हज का ही छोटा रूप माना जाता है। फारूक और उमर अब्दुल्ला दोनों जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर विमान में उड़ान के दौरान अपने पिता के साथ ली गई तस्वीर पोस्ट की। उमर ने पोस्ट किया, ‘‘या अल्लाह, मैं उमरा करने का इरादा रखता हूं इसलिए इसे मेरे लिए आसान बनाएं और यह मुझसे स्वीकार करें।’’
क्या होता है एहराम?
दोनों नेकां नेता ‘एहराम’ में दिखे। हज और उमरा करते समय मुस्लिम जायरीन बिना सिले हुए कपड़े पहनते हैं जिन्हें ‘एहराम’ कहा जाता है। पिछले साल भी फारूक अब्दुल्ला सऊदी अरब के मक्का मदीना में उमरा करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की बेहतरी और देश की शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की थी।
उमरा असल में क्या होता है?
बता दें कि यह यात्रा सऊदी अरब के मक्का में मुसलमानों द्वारा साल में एक बार जरूर की जाती है क्योंकि यह इस्लाम की पांच बुनियाद का एक अहम हिस्सा है। इस्लामिक ग्रंथों के अनुसार उमरा का मतलब मक्का में हरम शरीफ की जियारत करने से है जिसे वर्ष में किसी भी समय किया जा सकता है। इस यात्रा में मुसलमान काबा के चारों ओर चक्कर लगाते हैं यानी तवाफ करते हैं। जिसका तवाफ पूरा हो जाता है उसका उमरा मुकम्मल हो जाता है।
यह भी पढ़ें-