जम्मू कश्मीर में आज नामांकन के दौरान इंडिया अलायंस ने अपनी दिखाई ताकत दिखाई है। बता दें कि नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस मुख्यालय में अलग-अलग रैली आयोजित की गई। रैली के दौरान नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला फुल एक्शन में नजर आए। रैली कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित की गई थी, इस फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पहली बार यहां मैं आया हूं।
फारूक ने दिया नारा
रैली के दौरान नेशनल कांफ्रेंस पर फारूक अब्दुल्ला ने नारा दिया, जिससे मुख्यालय गूंज उठा। फारूक ने कहा शेर ए कश्मीर का क्या इरशाद, हिन्दू मुस्लिम सिख इत्तेहाद इंडिया गठबंधन ज़िंदाबाद। फारूक ने कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंच कर कहा कि पहली बार कांग्रेस मुख्यालय में दाखिल हुआ हूं। यह हमारी पहचान और संविधान को बचाने की लड़ाई है और हमारा गठबंधन कश्मीर से एक आंदोलन देगा, जो भारत को बचाएगा।
अब्दुल्ला ने राजस्थान में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर कहा उसने (भाषण) मेरी रीढ़ की हड्डी में सिहरन पैदा कर दी हैं, क्योंकि भाषण में देश को तोड़ने की धमकी दी गई हैं। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिए देश को बचाने की कोशिश की, पर बीजेपी इसे तोड़ने की कोशिश की है। सईद रोहिल्ला के नामांकन भरने पर फारूक ने कहा रोहिल्ला संसद में मेरे जगह लेंगे और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
राजनीति में धर्म के इस्तेमाल के खिलाफ- उमर
इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने भी अपना भाषण दिया और धर्म की राजनीति पर कहा कि मैं राजनीति में धर्म के इस्तेमाल के खिलाफ हूं, लेकिन हम जानते हैं कि भाजपा ने पहले चरण में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और अब वे धर्म की राजनीति के अपने मूल एजेंडे पर वापस आ गए हैं।
बता दें कि सैयद रोहिल्ला ने अपने घर बडगाम से एक रैली निकाली और श्रीनगर के जिला प्रशासन के दफ्तर पहुंचे। नामांकन भरने के दौरान इंडिया एलायंस की तरफ से कांग्रेस का नेशनल कांफ्रेंस को जोरदार सपोर्ट मिला। रोहिल्ला ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख की सभी सीटों पर इस बार इंडिया एलाइंस के उम्मीदवार ही कामयाब होंगे।
श्रीनगर सीट पर भी नामांकन दाखिल
इसके अलावा आज श्रीनगर में आज नेशनल कांफ्रेंस के श्रीनगर लोकसभा सीट के उम्मीदवार अग़ा सैयद रोला ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र भरने के दौरान उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष विकार रसूल अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें:
रांगी के जंगलों में आतंकी और सेना के बीच हुई मुठभेड़, 2 जवान हुए घायल
राजौरी हत्याकांड के पीछे लश्कर-ए-तैयबा आतंकी 'अबु हमजा' का हाथ, पुलिस ने रखा 10 लाख का इनाम