जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो चुके हैं। इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को बहुमत मिला है। इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42, भाजपा को 29, कांग्रेस को 6, पीडीपी को 3, जेपीसी को 1, सीपीआईएस को 1 और आम आदमी पार्टी को 1 सीट पर जीत मिली है। वहीं 7 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव जीते हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जम्मू कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस चुनाव में मिली जीत के बाद इंडिया टीवी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला से खास बातचीत की।
उमर अब्दुल्ला बोले- जिसने वोट दिया और जिसने नहीं दिया, सभी को धन्यवाद
उमर अब्दुल्ला ने वोटरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिन्होंने हमें वोट दिया और जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया और वो वोट डालने के लिए बाहर आए उनका भी शुक्रिया। हमारी कोशिश रहेगी कि उन सभी को इस हुकूमत के जरिए एक आवाज मिली। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने इतनी सीटों की उम्मीद नहीं की थी, खासकर पिछले दिनों जो लोकसभा का चुनाव हुआ, जिसपर मैं हारा। उसके बाद मेरे उम्मीदों पर मैंने पानी डाल दिया था। लेकिन हमारे वोटर समझदार साबित हुए। चुनाव हो चुका है, वोटरों ने अपना फैसला सुना दिया है और अब ज्यादा कुछ कहने का मकसद नहीं है। हम वोटरों के फैसले का स्वागत करते हैं और अगले 5 साल तक हम लोगों को अच्छी हुकूमत दें ये हमारी जिम्मेदारी है।
उमर अब्दुल्ला बोले- महाराष्ट्र और झारखंड कांग्रेस के लिए चिंता का विषय
उन्होंने कहा कि कैबिनेट की हम क्या बात करें, हमारी लेजिस्लेटिव पार्टी की मीटिंग होगी। फिर गठबंधन का नेता तय किया जाएगा। इसके बाज राजभवन जाकर नई सरकार बनाने की तारीख की सिफारिश की जाएगी। ये हुकूमत सिर्फ नेशनल कॉन्फ्रेंस या कांग्रेस की नहीं है। ये हुकूमत केवल उनकी नहीं जिन्होंने हमें वोट दिया। ये हुकूमत सभी की है। हम जम्मू के लोगों की इतनी ही खिदमत करेंगे कि जितनी कश्मीर की खिदमत करेंगे। कांग्रेस खुद समझने की कोशिश करेगी कि इस चुनाव से क्या सबक सीखे जा सकते हैं। जम्मू कश्मीर में तो कम हरियाणा कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है। कांग्रेस के लिए महाराष्ट्र और झारखंड चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि सरकार बनते ही तुरंत धारा 370 पर बात करेंगे। केंद्र में जिनकी सरकार है उन्होंने धारा 370 को हटाया। जिसने 370 हटाया उनसे ही इसपर बात करना फिजूल है।