जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ को आतंकवाद से लड़ने का नया हथियार मिल गया है। यह हथियार दुश्मन पर जमीन से नहीं बल्कि पानी पर चलकर हमला करने की क्षमता रखता है। एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम से पूरी तरह से लैस 'व्हील्ड आर्मर्ड एम्फीबियस प्लेटफॉर्म' ( WHAP) वाहन को कश्मीर में उत्तारा गया है। भारतीय सेना ने 2022 में पूर्वी क्षेत्र में लद्दाख में WHAP वाहनों को शामिल किया था। सीआरपीएफ देश में 'उन्नत सशस्त्र कार्मिक वाहन' को शामिल करने वाला अब देश का पहला अर्धसैनिक बल बन गया है।
WHAP की खासियत
इस वाहन की खासियतों की बात करें तो इसमें 12 जवानों के बैठने की व्यवस्था है। साथ ही इसमें एंटी ब्लास्ट सीट्स की प्रोटेक्शन का इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि इस गाड़ी पर आईईडी धमाके का भी कोई असर नहीं होगा। यह वाहन हाई एल्टीट्यूड पर भी आराम से पहुंच सकती है। यह वाहन पूरी तरह बुलेटप्रूफ और ब्लास्टप्रूफ है। जमीन के साथ यह वाहन पानी में तैरने में भी सक्षम है। इस वाहन में रिमोट कंट्रोल वेपन स्टेशन है, जहां से आसानी के साथ मशीन गन, ग्रेनेड लांचर को लॉन्च किया जा सकता है।
इस वाहन का पूरा कंट्रोल रिमोट कैमरा पर आधारित है। इसकी लंबाई 8 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर है। इस वाहन का कुल वजन 24 टन है। इसमें सेंटर टायर इन्फ्लेशन सिस्टम (CTIS) है, जो टायर्स को मॉनिटर करता है। इसके जरिए टायर में खुद ब खुद प्रेशर सामान्य रहता है। इस वाहन की खास बात यह भी है कि जमीन और पानी के अलावा यह वाहन दलदल, झीलों, लगून से घुसपैठ को रोकने में मदद करेगी।
डीआरडीओ और टाटा ने किया विकसित
WHAP (Wheeled Armoured Platform) को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा टाटा मोटर्स ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इस वाहन को TATA Kestrel के नाम से भी जाना जाता है। इससे कश्मीर में न सिर्फ एंटी मिलिटेंसी ऑपरेशन में सीआरपीएफ को मदद मिलेगी। बल्कि इस नए वाहन के सेना में शामिल होने से सीआरपीएफ की क्षमता और बेहतर हो जाएगी।