नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर की एक राजनीतिक पार्टी को बैन कर दिया है। बैन के बाद अब यह पार्टी सियासी गतिविधियों में भाग नहीं ले सकती। एक आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, केंद्र सरकार ने गुरुवार को जेल में बंद अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह की जम्मू-कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी (JKDFP) को ‘भारत विरोधी’ और ‘पाकिस्तान समर्थक’ गतिविधियों के मद्देनजर 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। अधिसूचना में कहा गया है कि प्रतिबंध का आदेश गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत दिया गया।
‘कश्मीर को इस्लामिक राज्य बनाना चाहते हैं पार्टी के सदस्य’
सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘यह संगठन वर्ष 1998 से राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त है और इसके सदस्यों ने हमेशा भारत में अलगाववाद और आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा दिया है। इस संगठन के सदस्य लोगों को भड़काकर कश्मीर को एक अलग इस्लामिक राज्य बनाना चाहते हैं, जो भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता के लिए हानिकारक है। इस संगठन के खिलाफ UAPA 1967, IPC 1860, आर्म्स एक्ट 1959 और रणबीर दंड संहिता 1932 की विभिन्न धाराओं के तहत कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।’
1998 में हुई थी JKDFP की स्थापना
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के प्रमुख अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह ने 1998 में इसकी स्थापना की थी। शाह की पार्टी JKDFP हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की एक घटक थी। शाह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। शाह को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2005 के मनी लॉन्ड्रिंग केस में 25 जुलाई 2017 को गिरफ्तार किया था। NIA ने शाह के खिलाफ आतंकवाद की फंडिंग के मामले में चार्जशीट दायर की है। बता दें कि 2021 में यह खबर सामने आई थी कि शब्बीर शाह जेल में बहुत बीमार है। इसके बाद कुछ संगठनों ने उसके समर्थन में कैंपेन भी चलाए थे।