जम्मू: भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के नेताओं ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने बांग्लादेश के हालातों की तुलना भारत से की थी, जिसे लेकर भाजपा ने विरोध जताया है और कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा भाजपा के नेताओं ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा आतंकवादी संबंधों को लेकर दो सरकारी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहनी चाहिए।
रविन्द्र रैना ने किया विरोध
दरअसल, जम्मू-कश्मीर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने कहा, “बांग्लादेश के हालातों की तुलना भारत से करने वाला महबूबा का विवादित बयान पूरी तरह से गलत और निंदनीय है। दुनिया बांग्लादेश में मानवाधिकार के सबसे बदतर उल्लंघन से वाकिफ है, जहां अल्पसंख्यक समुदाय को लक्षित हमलों का सामना करना पड़ रहा है, महिलाओं का अपमान किया जा रहा है और एक निर्वाचित प्रधानमंत्री को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इसके अलावा देश के संस्थापक की प्रतिमाओं को अपवित्र किया गया है।” रविन्द्र रैना ने आगे कहा, “जम्मू-कश्मीर सरकार को महबूबा के देश विरोधी बयान और उनकी साजिशों पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा
बता दें कि जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने लोगों से भाजपा के कथित ध्रुवीकरण के प्रयासों का मुकाबला करने के लिए खड़े होने का आह्वान किया था। उन्होंने पूछा कि बांग्लादेश और भारत में क्या अंतर है। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हमारे हिंदू भाई उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं, लेकिन अगर हम यहां (भारत में) अल्पसंख्यकों के साथ ऐसा ही करते हैं, तो फिर क्या अंतर है? हमारा देश इतना महान है कि इसे इसके धर्मनिरपेक्ष चरित्र के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।” (इनपुट- एजेंसी)
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