श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को लेकर विवाद पैदा करने का आरोप लगाया। महबूबा ने गुरुवार को कहा कि सत्ता में आने के लिए लोगों से किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में बीजेपी नाकाम रही है। उन्होंने अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके के लारनू में कहा,‘ये बीजेपी की ध्यान भटकाने वाली रणनीति हैं। वे देश के लोगों को 2 करोड़ नौकरियां या प्रत्येक नागरिक को 15 लाख रुपये नहीं दे सके।’
‘बीजेपी ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया’
महबूबा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘गरीबों को गरीबी रेखा से और नीचे धकेल दिया गया है। उन्हें घर देने का वादा किया गया था लेकिन दिया नहीं गया। बीजेपी जनता से किया गया अपना कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। इसीलिए अब वे हलाल और हिजाब के मुद्दे पर उतर आए हैं।’ BJP के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को निर्यात के लिए निर्मित उत्पादों को छूट देते हुए हलाल सर्टिफिकेशन वाले फूड प्रोडक्ट्स के उत्पादन, भंडारण, वितरण और बिक्री पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।
‘...तो हमारे जवान कश्मीर में शहीद क्यों हो रहे हैं’
पीडीपी सुप्रीमो ने कहा,‘BJP दावा कर रही है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हैं। हालांकि, मुठभेड़ों में सैनिक शहीद हो रBJPहे हैं जबकि कश्मीरी युवाओं को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर परेशान किया जा रहा है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि अगर स्थिति सामान्य हो गयी है तो हमारे जवान शहीद क्यों हो रहे हैं?’ महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के खिलाफ राजौरी में PDP के कुछ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों से भी खुद को और पार्टी को अलग कर लिया।
‘शेख साहब पर की गई टिप्पणियों से सहमत नहीं’
महबूबा ने कहा,‘मुझे खेद है कि दोनों तरफ से कुछ कड़वे शब्द बोले गए हैं, लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि कल राजौरी में शेख साहब पर की गई टिप्पणियों से हम सहमत नहीं हैं। शेख साहब हमारे लिए सम्मानित और कद्दावर नेता हैं।’ बता दें कि शेख मुहम्मद अब्दुल्ला पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला के पिता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के दादा थे। शेख अब्दुल्ला 1951 से 1953 तक जम्मू एवं कश्मीर के प्रधानमंत्री और आगे चलकर सूबे के मुख्यमंत्री भी बने थे।