राजौरी/जम्मू: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों की वीरता के लिए बुधवार को उनकी सराहना की और कहा कि उन्हें इस बात का पूरा विश्वास है कि सेना जम्मू कश्मीर की धरती से आतंकवाद का पूरी तरह से खात्मा कर देगी। उन्होंने सीमावर्ती जिले राजौरी में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे आपकी वीरता और दृढ़ता पर विश्वास है। जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया होना चाहिए और आपको इस प्रतिबद्धता से आगे बढ़ना चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि आपको विजय मिलेगी।’
‘हमारे लिए हर सैनिक बेहद महत्वपूर्ण’
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने सैनिकों से आगे कहा, ‘हमारे लिए हर सैनिक बेहद महत्वपूर्ण है। हमारा हर एक सैनिक परिवार के सदस्य के समान है। आपके ऊपर कोई नजर डाले, यह हमें कतई बर्दाश्त नहीं है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एजेंसी, दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके लिए शासन की तरफ से जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी उसके लिए सरकार का खजाना खुला हुआ है।’ रक्षा मंत्री हाल में पुंछ में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक दिन के दौरे पर राजौरी पहुंचे थे। इस हमले में 4 सैनिक शहीद हो गए थे।
मारे गए नागरिकों के परिजनों से मिले राजनाथ
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुंछ जिले के बफलियाज इलाके के टोपा पीर गांव में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान मृत पाए गए 3 नागरिकों के परिजनों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, रिश्तेदारों ने 3 नागरिकों पर अत्याचार और उसके बाद उनकी मौत में शामिल लोगों के लिए सजा की मांग की है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि सेना के कुछ बड़े अधिकारियों ने टोपा पीर गांव में 3 परिवारों के घरों का दौरा किया था और मौतों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
सेना ने दिया है पूर्ण सहयोग का आश्वासन
बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने प्रत्येक मृतक के निकट संबंधी को 30 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी और सुरनकोट में 10 मरला जमीन देने का वादा किया है। इन 3 नागरिकों की मौत पर हंगामे के बाद क्षेत्र के प्रभारी ब्रिगेडियर और कर्नल का पहले ही ट्रांसफर कर दिया गया है। पुलिस ने इन हत्याओं की FIR दर्ज कर ली है और सरकार ने जांच के आदेश दे दिये हैं। सेना ने दोषियों की पहचान के लिए जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।