जम्मू-कश्मीर में अभी हाल में हुई आतंकी घटनाओं के बाद सेना प्रमुख मनोज पांडे मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने सोमवार को जम्मू पहुंचे। एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि सेना प्रमुख जम्मू पहुंचे और इसके बाद मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए राजौरी-पुंछ सेक्टर के लिए रवाना हुए। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और वरिष्ठ नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारी निगरानी के लिए राजौरी और पुंछ में डेरा डाले हुए हैं।
आतंकी मुठभेड़ में 4 जवान हुए थे शहीद
इससे पहले सीमावर्ती जिले पुंछ में हाल ही में सेना के वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में चार जवानों की जान लेने वाले आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। हमले के बाद, 27 से 42 वर्ष की आयु के तीन नागरिकों को कथित तौर पर सेना ने पूछताछ के लिए उठाया था। ये लोग 22 दिसंबर को मृत पाए गए थे।
3 दिन से बंद है मोबाइल इंटरनेट
बता दें कि गुरुवार को पुंछ के सुरनकोट इलाके में ढेरा की गली और बुफलियाज़ के बीच धत्यार मोड़ पर आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के वाहनों पर हमला कर दिया था। जिसमें चार जवान शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि घटनास्थल के पास बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है, जिसमें सुरनकोट और पास के राजौरी जिले के थानामंडी जंगल शामिल हैं। पुंछ और राजौरी में लगातार तीसरे दिन मोबाइल इंटरनेट बंद है।
मृतक के परिजनों को मिलेगी सरकारी नौकरी
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शनिवार को मृतक नागरिकों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा की और कहा कि चिकित्सा-कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और उचित प्राधिकारी द्वारा मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सेना ने तीन नागरिकों की मौत की गहन आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि वह जांच में पूर्ण समर्थन और सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।