विधानसभा चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद तत्काल बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में मंगलवार शाम आतंकियों ने सेना के 2 जवानों को अगवा कर लिया। हालांकि, इनमें से एक जवान अपहरण के बाद भागने में सफल रहा। सूत्रों ने बताया कि टेरिटोरियल आर्मी के जवान का आतंकियों ने अनंतनाग के कोकरनाग इलाके के शांगस से अपहरण किया है। एक अन्य जवान आतंकियों को चकमा देकर मौके से भाग निकला है। वहां से भागने के बाद उसने सेना को सूचना दी। सुरक्षा बलों ने लापता जवान की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब 8 अक्टूबर को ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव नतीजे घोषित हुए है और अब यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की नई सरकार बनने जा रही है। अब राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार की भी चुनौती बढ़ जाएगी। दरअसल, सफल चुनाव आयोजन से पाकिस्तान और पाक परस्त संगठन खार खाए बैठे हैं। इसके बाद अब यहां आतंकी गतिविधियों में भारी इजाफा होने की आशंका है।
2020 में आतंकियों ने जवान को घर से किया था किडनैप
इससे पहले साल 2020 में आतंकियों ने ऐसी ही कायराना हरकत को अंजाम दिया था। तब कश्मीर में टेरिटोरियल आर्मी के जवान शाकिर मंजूर वागे को अगवा कर लिया था। इस घटना के पांच दिन बाद परिवार को घर के पास शाकिर के कपड़े मिले थे। ये घटना 2 अगस्त की थी तब 24 साल के शाकिर वागे दक्षिण कश्मीर के शोपियां के हरमैन में अपने घर के पास से लापता हो गए थे। शाकिर बकरीद पर अपने घर गए थे तब आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था।
1 साल बाद मिला था जवान का शव
अपहरण करने के साथ ही आतंकियों ने जवान की गाड़ी को भी फूंक दिया था। शाकिर 162-टीए में दक्षिणी कश्मीर के बालापुर में तैनात थे। काफी तलाश के बाद भी उनका पता नहीं लग पाया था। एक साल बाद सितंबर में शाकिर का शव कश्मीर के कुलगाम में मिला था। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने शाकिर के परिवार से संपर्क किया। इस दौरान उनके पिता मंजूर अहमद वागे ने कहा था कि शव की पहचान करने पर पता चला है कि यह उनका बेटा शाकिर ही है। जो एक साल पहले लापता हो गया था।
यह भी पढ़ें-