श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार की सुबह 8:53 बजे अभी लोग सो कर उठे ही थे, तभी भूकंप के जोरदार झटकों ने लोगों को डरा दिया। वहीं भूकंप आते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस भूकंप की जानकारी दी है। वहीं रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है। वहीं रविवार को छत्तीसगढ़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। देश के अलग-अलग हिस्सों में आ रहे भूकंप के झटकों ने लोगों को डरा कर रख दिया है।
क्यों आता है भूकंप?
बता दें कि जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ के अलावा दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं। वहीं हाल की घटनाओं को देखा जाए तो पूरा उत्तर भारत छोटे-बड़े भूकंप के झटकों के दायरे में रहा है। इस बीच हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान आम जनजीवन को उठाना पड़ता है। भूकंप से मकानें गिर जाती हैं, जिसमें दबकर हजारों लोगों की मौत हो जाती है।
भूकंप के इतने जोन में बंटा भारत
भूगर्भ विशेषज्ञों के अनुसार, भारत के कुल भूभाग के लगभग 59 फीसदी हिस्से को भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। वैज्ञानिकों ने भारत में भूकंप क्षेत्र को जोन-2, जोन-3, जोन-4 व जोन-5 यानी 4 भागों में विभाजित किया है। जोन-5 के इलाकों को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, जबकि जोन-2 कम संवेदनशील माना जाता है। हमारे देश की राजधानी दिल्ली भूकंप के जोन-4 में आती है। यहां 7 से अधिक तीव्रता के भी भूकंप आ सकते हैं जिससे बड़ी तबाही हो सकती है।
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