Highlights
- फरवरी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली थी
- सीएम योगी के सरकारी आवास (5 KD) पर CRPF की 2 प्लाटून तैनात की गई
- माना जा रहा है कि गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद शासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ाई गई। योगी की सुरक्षा में अब CRPF के जवान भी तैनात होंगे। सीएम योगी के सरकारी आवास (5 KD) पर CRPF की 2 प्लाटून तैनात की गई है। माना जा रहा है कि गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद शासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि, गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर हमले से पहले फरवरी में भी लेडी डॉन नाम के ट्विटर अकाउंट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी मिली थी। सीएम योगी पर हमले के खतरे को देखते हुए अब उनकी सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है। पीएम मोदी के बाद सीएम योगी की सुरक्षा सबसे मजबूत है, उनकी सुरक्षा में 25-28 एनएसजी के स्पेशल कमांडो तैनात रहते हैं।
मुर्तजा अब्बासी के बारे में जानकारियां जुटा रही एटीएस
गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर दो पीएसी कांस्टेबल पर हुए हमले की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश के आतंकवाद-निरोधक दस्ते (एटीएस) का एक दल गिरफ्तार मुर्तजा अब्बासी के बारे में और जानकारियां जुटाने के लिए नवी मुम्बई पहुंचा, जो मुम्बई के एक उपनगरीय इलाके में रहता था। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मुर्तजा अब्बासी ने रविवार शाम को प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर धारदार हथियार से दो पुलिस कांस्टेबल पर हमला किया था और अंदर घुसने की कोशिश की थी। उसे बाद में पकड़ लिया गया था। गोरखपुर में यह मंदिर कड़ी सुरक्षा के अधीन है, क्योंकि यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर आते-जाते रहते हैं और वह उसके महंत हैं।
अधिकारी ने पुलिस के हवाले से बताया कि मुर्तजा अब्बासी को गिरफ्तार करने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने गोरखपुर में उसके घर पर छापा मारा और वहां से लैपटॉप एवं मोबाइल फोन बरामद किया, जिनमें विवादास्पद इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक और (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) आईएसआई से जुड़े वीडियो हैं। जब अधिकारी से नवी मुम्बई से जांच के संबंध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुर्तजा अब्बासी के आधार कार्ड पर उसका आवासीय पता ‘‘मिलेनियम टावर, सानपाड़ा, नवी मुम्बई’’ है।
उन्होंने कहा कि उसी के आधार पर उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम वाशी के समीप सानपाड़ा में उस (मिलेनियम टावर) बिल्डिंग में गयी और टीम को पता चला कि (अब्बासी के आधार कार्ड पर जिस फ्लैट का जिक्र है वह) उसे 2013 में ही बेच दिया गया था। उन्होंने बताया कि अब्बासी के पिता मुनीर अब्बासी ने सीवुड्स डरावे में सेक्टर 50 में ताज हाइट्स अपार्टमेंट (वह भी नवी मुम्बई में ही है) में दूसरा फ्लैट खरीदा था। उन्होंने बताया कि एटीएस टीम एनआरआई थाने के अधिकारियों की मदद से उस फ्लैट पर गयी। तब पता चला कि अब्बासी परिवार अक्टूबर, 2020 में गोरखपुर रहने चला गया और उस फ्लैट को लॉकडाउन के दौरान मुस्लिम खान नामक एक व्यक्ति को किराये पर दे दिया गया था।
अधिकारी ने बताया कि मुनीर अब्बासी पिछले सप्ताह अपने फ्लैट पर आये और किरायेदार से फ्लैट खाली करवाया और फिर वह गोरखपुर लौट गये। उन्होंने कहा, ‘‘ मुर्तजा अब्बासी के बारे में सूचनाएं जुटाने के दौरान पुलिस को पता चला कि वह ज्यादातर अपने में खोया रहता था और वह ज्यादा मुखर नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस उन लोगों से भी बात कर रही है, जो मुर्तजा को तब से जानते हैं जब वह नवी मुम्बई के सानपाड़ा में रहता था।
सोमवार को लखनऊ में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा था, ‘‘ जो दस्तावेज उसके पास से मिले हैं, वे सनसनीखेज हैं।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘ जांच फिलहाल शुरूआती दौर में है। पुलिसकर्मियों पर हमले के सिलसिले में गोरखनाथ थाने में एक मामला दर्ज किया गया है, जबकि दूसरा मामला धारदार हथियार के इस्तेमाल को लेकर दर्ज किया गया है।’’