Highlights
- योगी ने ऐलान किया कि सरकार हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देगी।
- योगी ने कहा कि स्किल मैपिंग कैंपेन के जरिए जरूरतमंदों को चिन्हित किया जाएगा।
- यूपी के सीएम ने कहा कि सूबे में बेरोजगारी दर 2.7 प्रतिशत रह गई है।
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ऐलान किया कि उनकी सरकार प्रदेश में हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार देगी। रोजगार मेले में मुख्यमंत्री ने पूरा रोडमैप भी बताया कि सरकार कैसे इस काम को अंजाम देगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘राज्य में प्रत्येक परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार मिलेगा या उसे किसी रोजगार से जोड़ा जाएगा। इस उद्देश्य से राज्य सरकार एक स्किल मैपिंग कैंपेन शुरू करने जा रही है। इसके बाद जरूरत के मुताबिक लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी और उन्हें रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। कोई भी परिवार रोजगार से वंचित नहीं रहेगा।’
‘हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को रोजगार मिलेगा’
योगी ने इस पूरे कैंपेन के रोडमैप के बारे में बताते हुए कहा, ‘स्किल मैपिंग के दौरान उन परिवारों के आंकड़े तैयार किए जाएंगे जहां किसी भी व्यक्ति के पास रोजगार नहीं है। ऐसे परिवारों के सदस्यों को एक स्पेशल प्रोग्राम के साथ जोड़ा जाएगा और कम से कम एक परिजन को रोजगार मिलेगा।’ सीएम ने कहा कि इस डबल इंजन की सरकार ने स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए हैं जिससे कामगारों के कौशल और संभावना की पहचान हो सके।
‘बेरोजगारी दर 16 प्रतिशत से अधिक घटकर 2.7 प्रतिशत हुई’
योगी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 5 साल के दौरान 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया और 60 लाख कारीगरों को स्वरोजगार के लिए ऋण मिले। उन्होंने दावा किया, ‘वर्ष 2015-16 में राज्य में बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत से अधिक थी। अब यह 16 प्रतिशत से अधिक घटकर 2.7 प्रतिशत रह गई है।’ योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर कदम बढ़ाया है जिससे भारत को 5 हजार अरब डॉलर या 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा पूरी करने में योगदान मिलेगा।
‘उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था अब दूसरे पायदान पर पहुंच गई है’
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘2016 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठे पायदान पर थी और अब यह दूसरे पायदान पर पहुंच गई है। पिछले 5 साल के दौरान प्रति व्यक्ति आय और जीडीपी (सकल घरेलू आय) दोगुनी हो गई है।’ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अक्सर यह दावा करती है कि उसके शासनकाल के दौरान प्रदेश में निवेश बढ़ा है और लोगों के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है। केंद्र द्वारा जारी कई आंकड़ों में भी यूपी में आर्थिक मोर्चों पर सुधार होता हुआ नजर आता है।