उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि 20 वर्ष पूर्व गोरखपुर को अपराध का पर्याय समझा जाता था, लेकिन विगत छह सालों में यह विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यहां के नागरिकों और नौजवानों को एक नई पहचान मिली है; गोरखपुर अब अपराध नहीं, आस्था और विकास का समन्वित केंद्र है।
योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को तीन दिवसीय गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि सम व विपरीत परिस्थितियों में विगत छह सालों से गोरखपुर महोत्सव का आयोजन पूरी भव्यता से हो रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर ने विकास की नई यात्रा प्रारंभ की है और इस जिले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष अनुकंपा भी है। उनके नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर विकास की नई यात्रा पर है तो इसमें उत्तर प्रदेश भी नई सोच के साथ आगे बढ़ा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस विकास यात्रा में गोरखपुर भी नई पहचान के साथ सहभागी बना है, गोरखपुर महोत्सव भी इस नई पहचान की महत्वपूर्ण कड़ी है।
कभी खुद बीमार रहा बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्थिति ठीक हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहचान अच्छाई से होनी चाहिए, इसी के दृष्टिगत गोरखपुर ने विकास की हर उस योजना को छुआ है, जिसकी तड़पन थी। उन्होंने कहा कि कभी खुद बीमार रहा बीआरडी मेडिकल कॉलेज की स्थिति तो ठीक हुई ही, यहां एम्स भी खुल गया। वर्ष 1990 में बंद खाद कारखाने की जगह 2021 में नया कारखाना चालू हो गया जो क्षमता से अधिक उत्पादन कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ ताल पर्यटन के नए केंद्र के रूप में उभरा है। वायुसेवा बेहतरीन हुई है। गोरखपुर को चिड़ियाघर की सौगात मिल गई है।
गोरखपुर अब शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और उद्योग का केंद्र बन रहा
योगी ने कहा कि जिस जिले की पहचान अपराध से थी, वह गोरखपुर अब विकास और चार विश्वविद्यालयों की पहचान रखता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर अब शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और उद्योग का केंद्र बन रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी गोरखपुर को विस्मृत नहीं कर सकता, फिल्म बनाने के लिए भी यह बड़े मंच के रूप में उभरा है। गोरखपुर में अनेक संभावनाएं आगे बढ़ी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला का सम्मान व प्रोत्साहन होना चाहिए, यह गोरखपुर महोत्सव उसी का हिस्सा है। तीन दिवसीय इस महोत्सव में कला के क्षेत्र की कई विभूतियों के साथ बड़ी संख्या में नवोदित कलाकारों को मंच व सम्मान मिला है।