Highlights
- द्रौपदी मुर्मू से डिनर पर मिलने गए थे ओमप्रकाश राजभर
- "नहीं छोड़ेंगे सपा का साथ"
- "4 दिन में समर्थन के मसले पर लूंगा फैसला"
President Election: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को कहा कि वह राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बुलावे पर उनसे मिलने गए थे। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुर्मू को समर्थन देने के मसले पर वह पार्टी नेताओं और विधायकों से बातचीत कर 4 दिन में फैसला करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वह समाजवादी पार्टी का साथ नहीं छोड़ेंगे लेकिन अखिलेश यादव गठबंधन तोड़ेंगे तो इसके बाद वह निर्णय करेंगे।
द्रौपदी मुर्मू ने किया था आमंत्रित
राजभर ने जिले के रसड़ा में पार्टी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में द्रौपदी मुर्मू की बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी स्थिति साफ की। उन्होंने कहा, ''वह मुर्मू के बुलावे पर उनसे मिलने गए थे।'' उन्होंने आगे बताया कि वह शुक्रवार को मऊ में एक कार्यक्रम में थे और तभी मुर्मू ने उन्हें आमंत्रित किया। जिसका सम्मान करते हुए उनसे मुलाकात की। मुर्मू ने उनसे उनका समर्थन करने का अनुरोध किया है। उन्होंने पार्टी नेताओं और विधायकों से बातचीत कर 4 दिन में समर्थन के मसले पर निर्णय लेकर फैसले की जानकारी देने को कहा है।
शिवपाल सिंह यादव देगें द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट
बता दें, मुर्मू ने शुक्रवार को यहां राजग के सांसदों और विधायकों से अपने लिए समर्थन मांगा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर मुर्मू के सम्मान में रात्रिभोज आयोजित किया था। इस रात्रिभोज में भाजपा के सहयोगी दलों के नेताओं के अलावा सपा के गठबंधन में शामिल सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी शामिल हुए थे।
शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को यह घोषणा कर दी है कि वह द्रौपदी मुर्मू को ही अपना वोट देंगे।
"हमारी तरफ से सब ठीक है"
राजभर ने सपा से गठबंधन में दरार को लेकर पूछे जाने पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी के उपस्थित रहने और उन्हें नहीं बुलाने को लेकर लोग तर्क-वितर्क कर रहे हैं। सुभासपा नेता ने कहा, "हमारी तरफ से कोई दरार नहीं है। सब कुछ ठीक है। सुभासपा गठबंधन धर्म के पालन के लिए कटिबद्ध है। हम सपा के साथ गठबंधन में हैं और रहेंगे। यदि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गठबंधन तोड़ेंगे और उन्हें बाहर कर देंगे, तब इसके बाद वह निर्णय करेंगे।"
एक सवाल के जवाब में उन्होंने आगे कहा, ''हमारे लिए गठबंधन के विकल्प खुले हुए हैं, बहुजन समाज पार्टी (BSP) से भी गठबंधन का विकल्प खुला हुआ है, शिवपाल सिंह यादव से भी हाथ मिला सकते हैं।'' उन्होंने भाजपा से गठबंधन को लेकर पूछे जाने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने केवल यह कहा कि अभी ऐसा कोई इरादा नहीं है।