बनारस की धरती हिंदूओं के लिए पवित्र स्थलों में से एक है। इस शहर के प्रत्येक गलियों में मंदिर आपको देखने को मिल जाएंगे। इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। ये प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र हैं। ऐसे में शहर और भी खास बन जाता है। पीएम मोदी सांसद बनने के बाद बनारस में कई बार जा चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी बनारस के विकास को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं। यहां के घाटों और गंगा नदीं की सफाई को लेकर भी पीएम का विशष ध्यान रहता है। पीएम का सपना है कि इस शहर को हिंदूस्तान के बेहतरीन शहरों में से एक बनाए। यहां पर सालों भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।
पिछले पांच साल का रिकोर्ड का टूटा
पिछले पांच सालों में पर्यटकों की संख्या लगभग दस गुना इजाफा हुआ है। पर्यटन विभाग की ओर से जनवरी 2017 से लेकर जुलाई 2022 तक के आंकड़े प्राप्त हुए हैं। इसमें भारतीय पर्यटकों के आगमन में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है। इसके अलावा कोरनो महामारी के कारण पिछले दो वर्ष से विदेशी सैलानियों की आवाजाही में कमी आंकी गई थी, जिसमें इस साल तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
देव दीपावली पर चौंकाने वाला पर दृश्य
पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2022 में महज जुलाई माह में वाराणसी पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 40 लाख 3 हजार 288 है, जो जुलाई 2017 के 4,61,650 के मुकाबले करीब दस गुना ज्यादा है। वहीं विदेशी पर्यटकों की बात करें तो इनकी संख्या में भी कोरोना काल के बाद 174 गुना का इजाफा दर्ज किया गया है। वर्ष 2022 में जुलाई में 12,578 विदेश पर्यटक बनारस पहुंचे, जबकि 2021 में ये संख्या महज 72 थी। इसी साल सावन के महीने में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड आमद वाराणसी में हुई है। पर्यटन विभाग की ओर से अभी केवल जुलाई 2022 तक के आंकड़े जारी किये गये हैं, जबकि इसमें सावन और देव दीपावली के आंकड़े शामिल नहीं हैं। सावन और देव दीपावली में वाराणसी पहुंचने वाले सैलानियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही हैं।
बेहतर कनेक्टिविटी के कारण इन शहरों में भी जा रहे हैं पर्यटक
पर्यटन उद्योग से जुड़े व बनारस होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल शर्मा का कहना है कि बेहतर कनेक्टिविटी के चलते पर्यटक वाराणसी के साथ ही अयोध्या, विन्ध्याचल और प्रयागराज भी जा रहे हैं। छुट्टियों, पर्वों व त्योहारों में काशी में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। टेंट सिटी, रिवीर फ्रंट, नमो घाट जैसी पर्यटन, परिवहन तथा मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने वाली परियोजनाओं के पूरा होने के बाद काशी सहित वाराणसी और मिर्जापुर मंडल में पर्यटन उद्योग को और ऊंचाई मिलेगी।