उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब सूबे के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराएगी। सर्वे के पीछे की जो वजह बताई जा रही है वह यह है कि सरकार चाहती है कि मदरसों में पढने वाले मुस्लिम छात्रों को दीनी तालीम के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाए। इसीलिए सरकार राज्य के तमाम मदरसों का सर्वे करा रही है। इसके साथ ही सरकार चाहती है कि उसके पास राज्य में चल रहे गैर सरकारी मदरसों की पूरी जानकारी हो इसलिए भी इनका सर्वे कराया जा रहा है।
सरकार को चाहिए पूरी जानकारी
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दानिश अंसारी का कहना है कि सर्वे के जरिए हम जानना चाहता हैं कि इन मदरसों की गवर्निंग कैसे होती है। इन्हें फंड कहां से मिलते हैं। इसके साथ ही इनकी जानकारी लेकर सरकार इन मदरसों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम करेगी। उत्तर प्रदेश में मदरसों की संख्या लगभग 16 हजार है। सरकार ने 31 अगस्त से प्रदेश में चलने वाले सभी गैर सरकारी मदरसों का सर्वे शुरू हो जाएगा और 5 अक्टूबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
सपा सांसद का विवादित बयान
मदरसों पर समाजवादी पार्टी के मुरादाबद से सांसद डॉ. एसटी हसन ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि अब अल्लाह से दुआ करो की कहीं तुम्हारे मदरसों पर बुलडोजर ना चलने लगे। क्योंकि असम के मदरसों पर बुल्डोजर चल रहा है। इससे पहले भी एसटी हसन विवादित बयान देते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव के दौरान उन्होंने एक बार कहा था कि मुसलमानों बंट मत जाना, हमें बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हो कर वोट करना है।