Highlights
- मुस्लिम तीर्थयात्रियों का किया गया चालान
- यूपी में खुले में नमाज पढ़ना बैन
- चालान करने के बाद सभी को छोड़ दिया गया
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल के मुस्लिम तीर्थयात्रियों के एक समूह से सड़क किनारे नमाज अदा करने के लिए माफी मंगवाई। कथित तौर पर घटना की एक वीडियो क्लिप में कुछ पुरुषों को माफी मांगने के लिए अपने कान पकड़े हुए दिखाया गया है। उनमें से एक जोड़े को सिट-अप करते देखा गया। घटना इस हफ्ते की शुरुआत में हुई थी।
अजमेर दरगाह जा रहे थे तीर्थयात्री
दरअसल, पश्चिम बंगाल से एक बस में सवार 62 मुस्लिम तीर्थयात्री अजमेर दरगाह जा रहे थे। इस दौरान 11 सितंबर को इनकी बस उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के थाना तिलहर क्षेत्र के नेशनल हाइवे पर स्थित एक ढाबे पर रुकी थी। वहीं, 17 मुस्लिमों ने नेशनल हाइवे के किनारे नमाज अदा करना शुरू कर दिया था।
मुस्लिम तीर्थयात्रियों का किया गया चालान
पुलिस अधीक्षक (शाहजहांपुर), एस आनंद ने पुष्टि की है कि पश्चिम बंगाल के कुछ लोग बस में राजस्थान जा रहे थे, जो शाहजहांपुर में तिलहर थाना क्षेत्र के तहत सड़क पर नमाज अदा करते पाए गए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम तीर्थयात्रियों का चालान किया गया और फिर उन्हें आगे की यात्रा के लिए रवाना किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव वाजपेयी ने मीडिया से कहा, "अजमेर शरीफ दरगाह जा रहे 18 लोगों को इस शिकायत के साथ तिलहर थाने लाया गया कि वे सड़क किनारे नमाज पढ़ रहे हैं। इन लोगों को लिखित माफी मांगने और उनका चालान करने के बाद छोड़ दिया गया।"
नमाजियों को समझाया प्रदेश का नियम
पुलिस को मामले की सूचना देने वाले स्थानीय विहिप नेता राजेश अवस्थी ने कहा, "मैं किसी जगह जा रहा था, जब मैंने देखा कि कुछ लोग सड़क के किनारे नमाज पढ़ रहे हैं।" अवस्थी ने कहा कि उन्होंने उन्हें बताया कि वे उत्तर प्रदेश में हैं, जहां खुले में नमाज पढ़ना प्रतिबंधित है।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस
हंगामे की सूचना मिलते ही तिलहर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और सभी नमाजियों को थाने लेकर आए। थाने लाने के बाद सभी को बताया गया कि “उत्तर प्रदेश में मस्जिद के अलावा किसी भी खुली जगह पर नमाज नहीं पढ़ा जा सकता है। सड़क पर नमाज अदा करने पर कार्रवाई होती है। बता दें कि, सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में, विहिप सदस्यों को कथित तौर पर एक बस के कुछ यात्रियों से कान पकड़कर माफी मांगने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है।